Jabalpur News : उधड़ गई सड़कें, चुभ रही गिटि्टयां, गंदगी से बजबजा रहे नाले
जबलपुर,। शहर के वार्ड क्रमांक तीन त्रिपुरी में भी जनसमस्याओं का अंबार लगा है। न्यू शास्त्री नगर, मेडिकल रोड, नेहरू नगर, बाजनामठ के आस-पास स्थित रहवासी कालोनी, मोहल्लों में नागरिकों को दी जाने वाली मूलभूत सुविधाएं नदारत है। न्यू शास्त्री नगर, बाजमठ के समीप कई क्षेत्रों में चलने लायक सड़कें नहीं बची है। नगर निगम ने तो वर्षों बाद हाल ही में मेडिकल कालेज रोड की मुख्य सड़क का डामरीकरण तो करा दिया लेकिन मोहल्ला, कालोनियों की सड़कों को बनाने की जहमत नहीं उठाई। क्षत-विक्षत हो चुकी सीमेंट सड़कों में नुकीली गिटि्टयां निकल आई है। जिस पर पैदल चलना तो दूर वाहन चलाना तक दुश्वार हो गया है। यदि तेजी से कोई चार पहिया वाहन गुजर जाए तो गिटि्टयां उचट कर बुलेट की तरह लोगों लग रही है। वहीं कुछ क्षेत्रों में जलसंकट भी गहराया है। गंदगी से बजाबजा रहे नाले-नालियां बारिश के दिनों में जलभराव को आमंत्रण दे रहे हैं।
तीन वर्षों से नहीं हुई नाले-नालियां की सफाई –
वार्ड के लगभग अधिकांश नाले-नालियों की सफाई करीब तीन वर्षो से नहीं हुई है। पहले नगर निगम और क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों के नकारेपन के कारण और फिर दो वर्ष तक कोरोना काल के चलते सफाई नहीं कराई गई। नतीजा ये हुआ कि वार्ड के अधिकांश नाले कचरा, पन्नी, प्लास्टिक से चोक हो गए हैं। गंदगी से बजबजा रही नालियों से गंदे पानी की निकासी अवरूद्ध हो गई है। जिसे देखकर क्षेत्रीय नागरिकों को बारिश के दिनों में यहां जलभराव का अंदेशा है। यहां तक की मेडिकल कालेज के सामने स्थित नेहरू कालोनी भी इससे अछूती नहीं है। यहां ज्यादातर चिकित्सक निवास करते हैं पर यहां के नाले-नालियों की सफाई व्यवस्था बद्हाल है। दो-दो फीट तक की झाडियां उग आई है।
टूटा पड़ा सड़क किनारे का नाला, रात में गिरने का खतरा-
नेहरू नगर की तरफ जाने वाले मार्ग के किनारे बड़ा नाला है। किनारे ही बिजली का ट्रांसफार्मर भी लगा है। सड़क के किनारे दीवार या रेलिंग नहीं लगाई गई है। खुले पड़े नाले में रात को यहां से गुजरने वाले वाहन चालकों के गिरने का खतरा बना हुआ है। क्षेत्रीय नागरिकों ने बताया कि कई बार तो दो पहिया वाहन चालक अनियंत्रित होकर गिर भी चुके भी है। बावजूद इसके न तो नगर निगम ने नाले को कवर्ड कराया न किनारे रेलिंग लगवाई। पूर्व पार्षदों ने भी कार्यकाल के दौरान इसकी सुध नहीं ली।