
अगर आप गमले में नया पौधा लगाने जा रहे हैं या फिर किसी दूसरे गमले में पौधे को शिफ्ट कर रहे हैं तो कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है वरना अच्छा-भला पौधा खराब हो जाता है।
प्रकृति के करीब बने रहने के लिए लोग अब अपने घरों को अब तरह-तरह के प्लांट्स से सजा रहे हैं। इंडोर प्लांट्स, फूलों वाले प्लांट्स घर की शोभा तो बढ़ाते ही हैं साथ ही कई सारे पौधे आसपास के वातावरण को भी शुद्ध बनाते हैं जो हमारी सेहत के लिए बेहद जरूरी है। तो अगर आप भी अपने आशियाने को पौधे से सजाना चाहते हैं और नर्सरी से पौधे लेकर आ गए हैं, तो उन्हें गमले में लगाने का सही तरीका जानना बहुत जरूरी है। वरना आपका अच्छा-भला पौधा सूख जाएगा।
गमले में मिट्टी और खाद का अनुपात
गमले में पौधे लगाने के लिए मिट्टी और खाद की कितनी-कितनी मात्रा रखनी है इसके बारे में जानकारी होना भी बहुत जरूरी है। वैसे हर एक पौधे के लिए इनकी मात्रा अलग होते है लेकिन जो आमतौर पर अनुपात रखा जाता है वो यहां हम बता रहे हैं।
अगर पौधे की मिट्टी बदलनी हो तो
जिस गमले की मिट्टी बदलने की सोच रहे हैं, उसमें दो दिनों तक पानी न डालें। उसके बाद गमले को जमीन पर थोड़ा तिरछा कर पीछे से हल्का थपथपाएं, इससे पौधा बिना टूटे मिट्टी समेत बाहर आ जाता है। अगर पौधे के नीचे जड़ों का जाल बना हुआ है, तो पतली-पतली जड़ों को काट सकते हैं। तने के पास लगी मिट्टी को छोड़कर बाकी मिट्टी झाड़ दें। अब गमले को अंदर एवं बाहर से अच्छी तरह धोकर साफ कर लें।
नीचे के छिद्र में कम से कम दो-तीन मिट्टी के ठीकरा या गमले के टूटे टुकड़ों को बिछा दें।
अब गमलों को तैयार खाद से आधा भरें और पौधे को बीच में रखकर बाकी बची मिट्टी चारों ओर भर दें। इस मिट्टी को पौधे के चारों ओर अच्छी तरह ठोंक दें, जिससे पौधा हिलने न पाए और गमले में ख़ाली जगह भी न रहे। गमले में मिट्टी उसके किनारे से एक इंच नीचे ही रखना है जिससे पानी डालने पर उसमें आसानी से नीचे चला जाए न कि बाहर आए।
ध्यान रखें
गमले में पौधे लगाने का काम हमेशा शाम को करना चाहिए। मिट्टी बदलने के बाद गमले को दो-तीन दिन छांव में रखना जरूरी है। पौधा लगाने या बदलने के लिए मार्च या जुलाई का महीना बेस्ट होता है। इन महीनों में मौसम खुशगवार होता है। हवा में नमी होती है, जो पौधे को बढ़ने में हेल्प करती है।





