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मप्र के घनघोर वर्षा,तीन जिलों में बाढ़, स्कूलों की छुट्टी,

बरगी बांध के 17, तवा के 9 और हलाली के 5 गेट खुले, जबलपुर भोपाल में रेड अलर्ट ,21 जिलों में अलर्ट

भोपाल, यशभारत। सितंबर महीने के सबसे स्ट्रॉन्ग सिस्टम से पूरा मध्यप्रदेश तरबतर हो रहा है। जबलपुर, भोपाल, नर्मदापुरम, दमोह, टीकमढ़ समेत कई जिलों में मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात घनघोर बारिश होती रही। सुबह 7 बजे भी कई जिलों में कहीं तेज तो कहीं रिमझिम हुई। दमोह में बीते 24 घंटे में साढ़े आठ इंच पानी गिर गया। जबलपुर में करीब 8 इंच और सिवनी में साढ़े 7 इंच बारिश हो चुकी है।
नर्मदापुरम में तवा डैम के 1& में से 9 गेट, बरगी बांध के 21 में से 17, हलाली डैम के 5 और मढ़ीखेड़ा डैम के 4 गेट खोले गए हैं। दमोह में घरों में पानी भर गया। टीकमगढ़ और शिवपुरी में भी सड़कें डूब चुकी हैं। विदिशा में कई रास्ते बंद हैं। मध्य प्रदेश में & जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं। बालाघाट और मंडला जिले में बाढ़ में फंसे कई लोगों को रेस्क्यू किया गया। सिवनी में आज 12 वी क्लास तक सभी स्कूलों की छुट्टी घोषित कर दी गई है।
राजधानी में झमाझम बरसात
राजधानी में बुधवार की सुबह भी झमाझम बरसात से हुई। इससे पहले मंगलवार की सुबह और शाम को भोपाल में तेज बारिश हुई और आसमान बादलों से ढक गया। बारिश के कारण शहर की प्रमुख सड़कों पर पीक ऑवर्स के दौरान यातायात भी बाधित हुआ।राजधानी में बुधवार की सुबह भी झमाझम बरसात से हुई। इससे पहले मंगलवार की सुबह और शाम को भोपाल में तेज बारिश हुई और आसमान बादलों से ढक गया। बारिश के कारण शहर की प्रमुख सड़कों पर पीक ऑवर्स के दौरान यातायात भी बाधित हुआ।
सिवनी में बाढ़
जिले में अचानक मौसम का मिजाज बदल गया। और रुक-रुक कर तेज बारिश हुई। लड़ाइया मोहल्ला के कुछ घरों के अंदर पानी भर गया। कुछ दिनों से लोगो को तेज उमस भरी गर्मी अहसास हो रहा था। लेकिन आज हुई बारिश से नदी-नाले, पुल-पुलिया और तालाब लबालब हो गए हैं। लड़ाइया मोहल्ले के निचले क्षेत्र में घरों में भरे पानी की निकासी की ज रही है। बारिश को देखते हुए जिला प्रशासन ने लोगो से अपील की है के खेतो में काम करने वाले लोग सुरक्षित स्थान पर रहे। साथ ही जिन घरों के अंदर पानी भरा वे लोग भी सुराखित जगह में रहे। हालांकि बचाव दल भी सक्रीय है। वहीं शहर के कुछ स्थानों पर लगभग 4 फिट पानी भर गया है।
नैनपुर का सिवनी नागपुर से फिर टूटा संपर्क
नैनपुर को सिवनी नागपुर से जोडऩे वाले मार्ग में स्थित थांवर पुल एक बार फिर बंद हो गया।गत दिवस से हो रही तेज बारिश के चलते बीजेगांव बांध का जलस्तर 480.90 मीटर तक पहुंच गया, बढ़े हुए जलस्तर के नियंत्रित करने बांध के 5 गेट खोले गए जिसके चलते थांवर नदी में भी जल स्तर बढ़ा और पुल जलमग्न हो गया।
बाढ़ में फंसे चार युवकों को किया रेस्क्यू
मंडला जिले भर में इसका व्यापक असर देखा गया दिन भर तेज बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया बारिश कि मार झेल रहे लोगों को बिजली कि आंख मिचौली से भी दो चार होना पड़ बारिश से जिले के अधिकांश नदी नालें उफान पर है नैनपुर बालाघाट मार्ग बंद है मंडला जिला मुख्यालय के समीप कुंभ मेला स्थल पर पुलिस वनविभाग भर्ती कि तैयारी के लिए प्रेक्टिस कर रहे चार युवक नर्मदा नदी पर जल स्तर बढ़ जाने से फंस गए जिनका एस डी ईआर एफ की टीम ने रेस्क्यू कर बाहर निकाला।

मौसम विभाग ने बुधवार को विदिशा, रायसेन, सीहोर, नर्मदापुरम, हरदा, गुना और अशोकनगर में अति भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। अगले 24 घंटे में 21 जिलों में भारी बारिश हो सकती है। इंदौर, उÓजैन, ग्वालियर में भी तेज पानी गिरने का अनुमान है। इससे पहले, मंगलवार को भोपाल, इंदौर, सिवनी, बालाघाट समेत 21 जिलों में तेज बारिश हुई। बालाघाट, मंडला-सिवनी जिलों में लोग बाढ़ में फंस गए। नौबत रेस्क्यू की बन आई। सिवनी में आज 12 वी क्लास तक सभी स्कूलों की छुट्टी घोषित करना पड़ी है। मंगलवार को सिवनी में 9 घंटे में 6.& इंच बारिश हो गई। भोपाल में रातभर बारिश होती रही। सुबह 7 बजे तेज बारिश के बाद रिमझिम जारी रही।
ऐसा मौसम क्यों?
सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि ओडिशा के आसपास डीप डिप्रेशन बना है। यह ओडिशा पोस्ट को पार करते हुए मंगलवार सुबह उत्तरी छत्तीसग? और इससे लगे क्षेत्रों में एक्टिव है। इस वजह से नर्मदापुरम, जबलपुर, भोपाल संभाग के कई जिलों में भारी बारिश का दौर जारी रहा। मानसून ट्रफ की पोजिशन प्रदेश के गुना, उमरिया होते हुए डिप्रेशन के सेंटर में है। साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम भी एक्टिव है। इन वजहों से बंगाल की खाड़ी से अधिक मात्रा में नमी आ रही है। अरब सागर से भी हवाएं आ रही हैं। इससे बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव हो गया है। अगले 24 घंटे में भी सिस्टम की एक्टिविटी बनी रहेगी। 12 सितंबर से सिस्टम थोड़ा कमजोर होगा लेकिन कई जिलों में तेज बारिश का दौर जारी रहेगा। भोपाल, सागर और ग्वालियर संभाग में 14 सितंबर तक यही स्थिति रहेगी।
मौसम विभाग ने पहले ही बारिश और बिजली गिरने की भविष्यवाणी की थी, जो सच साबित हुई। यहां सुबह से बारिश जारी है। बारिश की वजह से रोजमर्रा के काम प्रभावित हुए। लोगों को रैनकोट और छाते के साथ देखा गया। स्कूल जाने वाले ब’चे हों या ऑफिस जाने वाले वयस्क, सभी बारिश के कारण परेशान होते दिखे। छत्तीसगढ़ पर बना अवदाब का क्षेत्र गहरे कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित होकर पूर्वी मध्य प्रदेश के आसपास सक्रिय हो गया है। मानसून द्रोणिका भी प्रदेश से होकर गुजर रही है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, प्रभावी मौसम प्रणालियों के असर से प्रदेश में फिर झमाझम वर्षा का सिलसिला शुरू हो गया है।बुधवार को सागर, जबलपुर, नर्मदापुरम और भोपाल संभाग के जिलों में कहीं-कहीं अतिभारी वर्षा होने के आसार हैं। ग्वालियर, उÓजैन संभाग के जिलों में भी कहीं-कहीं भारी वर्षा हो सकती है। शेष क्षेत्रों में मध्यम स्तर की वर्षा होने की संभावना है।

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