अपमानित किया जा रहा था’,अश्विन के पिता का सनसनीखेज खुलासा, बेटे के फैसले ने झकझोर दिया
ऑस्ट्रेलिया दौरे के बीच में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा करके रविचंद्रन अश्विन ने क्रिकेट जगत को चौंका दिया। अश्विन के इस फैसले की उम्मीद किसी को नहीं थी। कई पूर्व क्रिकेटर्स ने उनके संन्यास के समय को लेकर सवाल खड़े किए हैं। वहीं अश्विन के परिवार में भी कई लोग उनके इस निर्णय से हैरान रह गये हैं। अश्विन गुरुवार को चेन्नई लौट आए हैं और अपने परिवार से मिले। इस दौरान उनके पिता ने सनसनीखेज खुलासा किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके बेटे को अपमानित किया जा रहा था, जो उनके अनुसार अश्विन के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से अचानक संन्यास लेने का एक कारण हो सकता है।
रविचंद्रन ने न्यूज18 से कहा, “मुझे भी आखिरी समय में (उनके संन्यास के बारे में) पता चला। संन्यास लेना उनकी इच्छा और चाहत है, मैं इसमें कुछ नहीं कर सकता, लेकिन जिस तरह से उन्होंने यह कहा, उसके कई कारण हो सकते हैं। केवल अश्विन ही जानते हैं, शायद अपमान के कारण।”
उन्होंने आगे कहा, ‘इसमें कोई शक नहीं है (परिवार के लिए इमोशनल पल) क्योंकि वह मैदान पर 14-15 साल तक रहा। अचानक हुए इस बदलाव, संन्यास ने हमें सचमुच एक प्रकार का झटका दिया। लेकिन हम इसकी उम्मीद भी कर रहे थे क्योंकि अपमान हो रहा था। वह कब तक इन सब चीजों को बर्दाश्त कर सकते थे? शायद, उन्होंने खुद ही फैसला कर लिया होगा।”
अश्विन 2011 में वनडे विश्व कप और 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा भी रहे। वनडे विश्व कप 2011 में वह शुरुआती चरण में खेले थे लेकिन उन्होंने चैंपियंस ट्रॉफी विशेष कर बारिश से प्रभावित फाइनल में अहम भूमिका निभाई थी।
पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने अश्विन की श्रृंखला के बीच में संन्यास लेने के लिए आलोचना की। गावस्कर ने सीरीज के आधिकारिक प्रसारक से कहा,‘‘ वह कह सकता था कि देखिए सीरीज समाप्त होने के बाद मैं भारतीय टीम में चयन के लिए उपलब्ध नहीं रहूंगा। इसका क्या मतलब है। महेंद्र सिंह धोनी ने भी इसी तरह से 2014–15 की सीरीज के दौरान तीसरे टेस्ट मैच के बाद संन्यास ले लिया था। इससे टीम में एक सदस्य कम हो जाता है।’’