सरकार ने विवाद के चलते कुश्ती संघ की नई बॉडी को किया सस्पैंड, 3 दिन पहले हुए थे चुनाव
NEW DELHI. भारतीय कुश्ती संघ में चुनाव के बाद संजय सिंह के अध्यक्ष बनने के बाद से विवाद जारी था। संजय सिंह के पूर्व अध्यक्ष और सांसद ब्रजभूषण शरण सिंह के नजदीकी होने की वजह से ओलंपिक की मेडलिस्ट पहलवान साक्षी मलिक ने कुश्ती से संन्यास की घोषणा कर दी थी। वहीं ओलंपिक मेडलिस्ट बजरंग पूनिया ने पद्मश्री का अवार्ड वापस कर दिया था। इस विवाद के चलते केंद्र सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए कुश्ती संघ की नई बॉडी को निलंबित करने का फैसला ले लिया है।
हरियाणा के पहलवान कर रहे थे विरोध
दरअसल इस पूरे मामले में हरियाणा के पुरुष और महिला पहलवान मुखर थे। पहलवानों का कहना था कि उन्होंने सरकार से मांग की थी कि ब्रजभूषण शरण सिंह के नजदीकी व्यक्ति को संघ का चुनाव लड़ने न दिया जाए। लेकिन बावजूद इसके उनके पार्टनर और करीबी रहे संजय सिंह ने चुनाव लड़ा और वे जीत भी गए।
दबदबे को लेकर दिया था बयान
कुश्ती संघ के चुनाव के बाद संजय सिंह के निर्वाचित होते ही ब्रजभूषण शरण सिंह ने कहा था कि दबदबा था, दबदबा है और दबदबा रहेगा। इसके बाद महिला पहलवान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कुश्ती से संन्यास का ऐलान कर दिया था। ताजा फैसले के बाद सरकार ने कुश्ती संघ की बॉडी को निलंबित करते हुए नवनिर्वाचित अध्यक्ष संजय सिंह के तमाम फैसलों पर रोक लगा दी है।