गोलछा अपार्टमेंट हाईप्रोफाइल रैकेट-थाने से भागने वाला युवक है संचालिका का पति,15 साल पहले शहर के चर्चित सीएसपी ने भी मारा था छापा…यश भारत फालोअप


जबलपुर यश भारत। सिविल लाइन थाना अंतर्गत दो दिनों पूर्व शहर में एक बहुत बड़ा हाई प्रोफाइल सेक्स रैकेट पकड़ा गया था जिसमें की कुछ महिलाएं और एक युवक को पुलिस ने गिरफ्तार किया था परंतु बाद में थाने से एक युवक भाग गया था इसके बाद चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है थाने से भागा युवक संचालिका मनीषा दीक्षित का पति अमित दीक्षित है ।संचालिका के साथ मिलकर पिछले 15 सालों से इसी क्षेत्र में इस प्रकार के अनैतिक कार्य में संलिप्त है।
पति-पत्नी मिलकर कर 15 साल से व्यापार
इस दौरान जो पुलिस ने छापा मारा तो उसे युवक ने इन महिलाओं से अपने किसी भी प्रकार के संबंध न होने की बात कही थी जिसका एक वीडियो भी वायरल हुआ है परंतु बाद में पता चला है कि यह युवक अमित संचालिका मनीषा का पति है दोनों मिलकर पिछले 15 साल से यह कार्य कर रहे हैं। इसी दौरान वायरल वीडियो वह युवक दिलेरी से अपने आप को इस क्षेत्र का ना होना बता रहा है ।
चर्चित सीएसपी ने की थी कभी इस अड्डे पर कार्रवाई
वहीं दूसरी तरह इस हाई प्रोफाइल रैकेट के कनेक्शन भी बहुत बड़े हैं इसलिए आज तक इन पर कभी कोई कार्रवाई नहीं हो पाती थी परंतु आज से कुछ साल पहले शहर में एक चर्चित सीएसपी राजेश दंडोतिया जब पदस्थ थे उस वक्त इन दोनों पति पत्नियों पर बड़ी कार्यवाही की गई थी।
देह व्यापार से बना लिया अकूट दौलत
वहीं सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस रैकेट के चलते पति पत्नी ने शहर में सिविल लाइन में दो अपार्टमेंट और बिलहरी तिलहरी में काम से कम 10 से 20 एकड़ तक की जमीन बन चुके हैं इसके अलावा अगर इनके बैंक ट्रांजैक्शन खंगाले जाए तो पुलिस को यह बात पता चल जाएगी कि किस प्रकार से इन्होंने रैकेट को चलाते हुए दौलत का अंबार खड़ा कर लिया
ये है मामला –
विदित हो कि सिविल लाइन स्थित गोलछा अपार्टमेंट में पुलिस ने हाई-प्रोफाइल सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया था। पुलिस की टीम ने एक फ्लैट में छापेमारी कर 6 युवतियों और 1 पुरुष को संदिग्ध अवस्था में गिरफ्तार किया था। बताया जा रहा था कि यह रैकेट इंटरनेट और व्हाट्सएप के जरिए ग्राहकों से संपर्क कर सौदेबाजी करता था।लोगों की शिकायत के बाद पुलिस ने कार्रवाई की थी। पहले भी स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी थी, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। इस बार एसपी को शिकायत भेजी गई, जिसके बाद छापेमारी की गई।