पराली लेकर किसान पहुंचे कलेक्ट्रेट, गेट पर प्रदर्शन, कलेक्टर ने दिया समाधान का आश्वासन, शासन के निर्णय पर किसानों की नाराजगी

जबलपुर, यशभारत। भारतीय किसान संघ द्वारा आज कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर पराली जलाने मामले को लेकर प्रदर्शन किया और उन्होंने इस संबंध में कलेक्टर के साथ बैठक भी की। इस संबंध में किसानों का कहना है कि प्रदूषण को कम करना सबकी जिम्मेदारी है। किसानों ने बताया कि पराली जलाने से जितना प्रदूषण नहीं फैलता उससे अधिक वाहनों के कारण प्रदूषण फैल रहा है। इस मौके पर भारतीय किसान संघ के पुखराज सिंह चंदेल राघवेंद्र पटेल ने कहा कि सिर्फ पराली जलाने पर किसान पर एफआईआर दर्ज करना कैसा न्याय है। थर्मल पावर प्लांटों से किसान के खेत कोल डस्ट से बंजर हो रहे हैं।
पुखराज सिंह ने कहा कि किसानों को बताया जाए की इस पराली से किस तरह की खाद बनाई जाए जबकि दूसरे देश के वैज्ञानिकों का कहना है कि परली के जलने से कीड़े मारेंगे और पैदावार अच्छी होगी। लेकिन आज यह कहा जा रहा है कि पराली जलाने से प्रदूषण फैल रहा है इससे किसानों को जेल भेजा जाएगा उन्होंने कहा कि हम लोग समस्या पैदा करने वाले नहीं बल्कि समस्या का समाधान करने वाले हैं।
मिलकर निकलेगा समाधान
किसान संगठनों से चर्चा के दौरान कलेक्टर दीपक सक्सेना ने बताया कि पलानी की समस्या को लेकर सामंजस्य के साथ ही समाधान निकल सकता है । जिसको लेकर चर्चा की जाएगी और जो वैज्ञानिक तकनीक सामने आई है उनका उपयोग करके हम इस समस्या से निजात पा सकते हैं। इसके साथ ही उन्होंने स्नद्बह्म् के मुद्दे पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि स्नढ्ढक्र की बात उन विषयों में कही गई है जबकि किसान खेत में आग लगाता है तो दूसरे किसानों को भी उसे नुकसान होता है ऐसी स्थिति में ये बात सामने आई थी । साथ ही साथ हर जगह का एक अपना परीदृश्य होता है और उसके हिसाब से निर्णय दिए जाते हैं। लेकिन हमारा उद्देश्य है कि किसानों को किसी भी तरह की समस्या ना हो साथ ही प्रदूषण की समस्या से भी निजात पाई जा सके।
