EVM की काउंटिंग शुरू; पोस्टल बैलेट में Exit Poll से उलट रुझान; AAP 28, BJP 22, कांग्रेस 2 सीटों पर आगे

आज दिल्ली विधानसभा चुनाव की मतगणना चल है। ठीक 8 बजे काउंटिंग शुरू हुई। पोस्टल बैलेट की गिनती चल रही है और 9 बजे से रुझान आने लगेंगे। तीनों बड़े राष्ट्रीय दलों आम आदमी पार्टी, भाजपा, कांग्रेस के साथ-साथ 699 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला भी आज होगा। मुख्य मुकाबला आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच है। शाम होते-होते क्लीयर हो जाएगा कि महाराष्ट्र में भाजपा की सरकार बन रही है या आम आदमी पार्टी हैट्रिक लगा रही है। एग्जिट पोल के अनुमान भाजपा की सरकार बना रहे हैं, लेकिन यह अनुमान कितने सही साबित होते हैं,
रिठाला से भाजपा के कुलवंत राणा आगे, बल्लीमारान से आप के इमरान हुसैन आगे चल रहे हैं। ओखला से भाजपा के मनीष चौधरी ने बढ़त बनाई। नजफगढ़ से भाजपा की नीलम पहलवान आगे चल रही हैं। सदर बाजार से मनोज कुमार आगे और बुराड़ी संजीव झा आगे चल रहे हैं। मालवीय नगर से भाजपा के सतीश उपाध्याय आगे चल रहे हैं। ग्रेटर कैलाश सीट से सौरभ भारद्वाज पीछे हो गए हैं।
पोस्टल बैलेट की गिनती में करावल नगर सीट से भाजपा के कपिल शर्मा आगे हैं। बिजवासन सीट से भाजपा के कैलाश गहलोत आगे चल रहे हैं। बदरपुर सीट से भाजपा के नारायण दत्त शर्मा आगे, रोहिणी से भाजपा के बिजेंद्र गुप्ता, चांदनी चौक से भाजपा के सतीश जैन, दिल्ली कैंट से भुवन तंवर आगे चल रहे हैं। मोती नगर से भाजपा के सतीश खुराना आगे है। शकूर बस्ती से AAP के प्रत्याशी सत्येंद्र जैन आगे। राजौरी गार्डन से भाजपा के मनजिंदर सिंह सिरसा आगे चल रहे हैं। ग्रेटर कैलाश से सौरभ भारद्वाज आगे चल रहे हैं। ओखला से अमानतुल्लाह खान आगे हैं। सुल्तानपुर माजरा से मुकेश अहलावत आगे हैं।
पोस्टल बैलेट की गिनती में आम आदमी पार्टी के तीनों बड़े नेता पीछे चल रहे हैं। नई दिल्ली सीट से अरविंद केजरीवाल, कालकाजी सीट से आतिशी और जंगपुरा सीट से मनीष सिसोदिया पिछड़ रहे हैं। वहीं ग्रेटर कैलाश से सौरभ भारद्वाज और रमेश बिधूड़ी आगे चल रहे हैं। पटपड़गंज सीट से अवध ओझा भी पीछे चल रहे हैं।
दिल्ली विधानसभा चुनाव की काउंटिंग शुरू हो गई है। पोस्टल बैलेट की गिनती चल रही है। इसके बाद EVM खोली जाएंगी और 9 बजे से रुझान आने लगेंगे। दिल्ली में 70 सीटों पर चुनाव हुए हैं। 699 उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे हैं। AAP और कांग्रेस सभी 70 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं। भाजपा 68 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। एक सीट जदयू और एक सीट LJP (R) को मिली है।
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी और कालकाजी से AAP उम्मीदवार आतिशी का कहना है कि यह कोई सामान्य चुनाव नहीं था, बल्कि अच्छाई और बुराई के बीच की लड़ाई थी। मुझे पूरा भरोसा है कि दिल्ली की जनता अच्छाई, AAP और अरविंद केजरीवाल के साथ खड़ी होगी। आम आदमी पार्टी एक बार फिर दिल्ली में सरकार बनाएगी और केजरीवाल चौथी बार मुख्यमंत्री बनेंगे।
मोती नगर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार हरीश खुराना कहते हैं कि जिस तरह से हमें लोगों से प्रतिक्रिया मिल रही है, न केवल मोतीनगर में बल्कि पूरी दिल्ली में भाजपा 50 से ज्यादा सीटें जीतने जा रही है। लोगों को मुद्दों का सामना करना पड़ रहा था, लेकिन उनके सवालों का जवाब देने की बजाय अरविंद केजरीवाल और उनका गिरोह आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति में लगा रहा। उनकी कोशिशें विफल हो गई हैं। आज भाजपा 27 साल बाद वापस लौटेगी।
ग्रेटर कैलाश सीट से AAP उम्मीदवार सौरभ भारद्वाज ने आम आदमी पार्टी की सरकार बनने का दावा किया है। उन्होंने कहा कि आप को सरकार से हटाने की हर कोशिश की गई, लेकिन जनता का आशीर्वाद आप के साथ है। मेरा मानना है कि जनता चौथी बार अरविंद केजरीवाल को सीएम बनाने जा रही है। कुछ ही दिनों में वह सीएम पद की शपथ लेंगे। हमें अलग-अलग इलाकों से जानकारी मिल रही है कि आप को भारी बहुमत मिलेगा और सरकार बनाएगी। आप को कम से कम 40-45 सीटें मिलेंगी।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में इस बार पिछले 3 चुनाव के मुकाबले कम वोटिंग हुई है। इस बार 60.54% लोगों ने मतदान किया। साल 2013 में 65.63%, साल 2015 में 67.12% और साल 2020 में 62.59% वोटिंग हुई थी। साल 2013 में कांग्रेस के समर्थन से AAP ने पहली बार सरकार बनाई थी। साल 2015 और 2020 में AAP ने पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई थी।
दिल्ली में साल 2013 से आम आदमी पार्टी की सरकार है। साल 2013 में आम आदमी पार्टी ने 28 सीटें जीती थी। भाजपा को 31 और कांग्रेस को 8 सीटें मिली थीं। किसी को बहुमत नहीं मिला तो आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस के समर्थन से सरकार बनाई। अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री बने, लेकिन लोकपाल बिल पास नहीं होने से 49 दिन बाद केजरीवाल को पद छोड़ना पड़ा।
इसके बाद साल 2015 में आम आदमी पार्टी को बहुमत मिला। 70 में से 62 सीटें पार्टी ने जीती। केजरीवाल दूसरी बार मुख्यमंत्री बने। साल 2020 में आम आदमी पार्टी ने फिर 70 में से 62 सीटें जीतकर सरकार बनाई। केजरीवाल तीसरी बार CM बने, लेकिन शराब घोटाले में उन्हें जेल जाना पड़ा और जेल से बाहर आने के बाद उन्हें पद से इस्तीफा देना पड़ा। वे 4 साल 7 महीने 6 दिन CM रहे। उनके पद छोड़ने के बाद आतिशी CM बनीं। वह 4 महीने 19 दिन (8 फरवरी तक) से CM हैं।