शहपुरा में बिजली कर्मचारी को लगा करंटः आपूर्ति बंद होने के बावजूद हादसा, जांच जारी

जबलपु, यशभारत। शहपुरा में आउटसोर्सिंग एजेंसी के तहत काम करने वाले एक बिजली कर्मचारी, प्रताप रजक, को कथित तौर पर बिजली का झटका लगा, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। यह घटना तब हुई जब रजक एलटी केबल ठीक कर रहा था। हालांकि, सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि जिस जगह पर वह काम कर रहा था, वहां की बिजली आपूर्ति बंद कर दी गई थी। इस अप्रत्याशित हादसे ने सवाल खड़े कर दिए हैं और बिजली विभाग ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
कैसे हुआ हादसा
मिली जानकारी के अनुसार, प्रताप रजक रतन कंपनी नामक आउटसोर्सिंग एजेंसी के लिए कार्यरत था। जूनियर इंजीनियर रंजन पांडे के मुताबिक, रजक एक ऐसी जगह पर एलटी केबल की मरम्मत कर रहा था, जहां ट्रांसफार्मर से बिजली आपूर्ति काट दी गई थी। रंजन पांडे ने बताया, ष्यह प्रताप रजक है जो शाहपुर में आउटसोर्स एसी (आउटसोर्सिंग एजेंसी) के तहत काम करता है। कहीं पर एलटी केबल जली हुई थी, वहां वो काम कर रहा था तो ट्रांसफार्मर से शटडाउन लेकर। वह केबल सुधार रहा था। उसके बाद वहां पर तो लाइट बंद थी। दुर्भाग्यवश, काम करते समय, रजक को कथित तौर पर करंट लगा और वह ट्रांसफार्मर के डीपी (डिस्ट्रीब्यूशन पोल) से गिर गया। घटना की जानकारी मिलते ही, बिजली विभाग का स्टाफ तुरंत मौके पर पहुंचा और घायल प्रताप रजक को तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसका इलाज चल रहा है।
लापरवाही पर सवाल और जांच का आदेश
जूनियर इंजीनियर रंजन पांडे ने घटना पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा, ष्लापरवाही अभी तो समझ में नहीं आ रही है क्योंकि जब ख्बिजली आपूर्ति, कटी हुई थी, ख्कर्मचारी, केबल पर काम कर रहा था। लाइट वहां पर बंद थी।ष् उन्होंने आगे कहा कि यह समझना मुश्किल है कि करंट फिर कैसे आया। ष्क्योंकि जहां पर वो काम कर रहे थे, वहां की तो लाइट बंद थी। तभी तो कोई लापरवाही समझ में नहीं आ रही है। बाकी जांच करेंगे। दोनों खंभे आजू-बाजू में तो लाइन अलग वहां पर तो 56 डीटीआर है, वहां पर 56 टी (ट्रांसफार्मर) हैं, जहां पर काम कर तो वहां की सप्लाई बंद थी। लग रहा है करंट फिर कैसे करंट आई, क्या है, वो समझना पड़ेगा।इस घटना ने बिजली विभाग की सुरक्षा प्रक्रियाओं और आउटसोर्स कर्मचारियों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठाए हैं। अधिकारी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या पास के किसी अन्य खंभे या डीपी से गलती से बिजली आ गई थी, या किसी अन्य कारण से यह हादसा हुआ। पुलिस और बिजली विभाग दोनों इस मामले की विस्तृत जांच कर रहे हैं ताकि हादसे के सही कारणों का पता लगाया जा सके और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।







