जबलपुर शराब दुकानों पर नियम विरुद्ध नकली शराब बिक्री का खुलासा,
कांग्रेस ने कार्यवाही की मांग की

जबलपुर शराब दुकानों पर नियम विरुद्ध नकली शराब बिक्री का खुलासा,
कांग्रेस ने कार्यवाही की मांग की
जबलपुर, यश भारत।शहर में संचालित शराब दुकानों पर नकली और अमानक शराब की खुलेआम बिक्री को लेकर कांग्रेस पार्टी ने बड़ा खुलासा किया है। कांग्रेस नेता रीतेश बंटी गुप्ता ने इस मुद्दे पर आबकारी विभाग और पुलिस प्रशासन को घेरते हुए गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि शराब की बोतलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 1200-1500 रुपये होने के बावजूद इन्हें 700-800 रुपये या उससे भी कम दाम पर बेचा जा रहा है। यह सस्ती कीमतें कहीं न कहीं नकली और अवैध शराब की ओर इशारा करती हैं।
आबकारी विभाग और ठेकेदारों की मिलीभगत का आरोप
रीतेश गुप्ता ने आरोप लगाया है कि शराब ठेकेदार अपने गुर्गों के माध्यम से गली-मोहल्लों में सस्ते दामों पर अवैध और नकली शराब की बिक्री करवा रहे हैं। इससे न केवल आम जनता को आर्थिक नुकसान हो रहा है, बल्कि सस्ती शराब के लालच में जहरीली शराब के सेवन से मौतों की संख्या भी बढ़ रही है।
नियमों की अनदेखी, गली-मोहल्लों में खुले ठेके
उन्होंने कहा कि मप्र सरकार ने 2023-24 में शराब दुकानों पर आहत (शराब परोसने की सुविधा) बंद करने का निर्देश दिया था। इसके बावजूद ठेकों के परिसर में पानी, ग्लास और नमकीन रखकर खुलेआम शराब परोसी जा रही है। यह सब पुलिस और आबकारी विभाग की मिलीभगत के बिना संभव नहीं है।
कानून के खिलाफ स्थानांतरण और स्कूल-कॉलेजों के पास ठेके
गुप्ता ने बताया कि जिले में सैकड़ों शराब दुकानें नियमों को ताक पर रखकर संचालित की जा रही हैं। स्कूल, कॉलेज, बस्ती, कॉलोनी, स्टेट और नेशनल हाईवे पर ठेके खोलने के नियमों का पूरी तरह से उल्लंघन हो रहा है। यहां तक कि विवादित दुकानों को विरोध के बावजूद अन्य स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया जाता है।
कांग्रेस ने दी चेतावनी
रीतेश गुप्ता ने मांग की है कि 2025-26 के वित्तीय वर्ष में दुकानों का आवंटन करने से पहले उन दुकानों को बंद किया जाए जो विवादित हैं या नियमों का उल्लंघन कर रही हैं। उन्होंने कहा कि यदि प्रशासन इस पर तत्काल कार्रवाई नहीं करता, तो कांग्रेस उग्र प्रदर्शन करेगी। प्रदर्शन से उत्पन्न किसी भी स्थिति की जिम्मेदारी प्रशासन और शासन की होगी।