शीतलहर से बचाव को लेकर आपदा विभाग का एक्शनः ठंड से मूक पशु और आम इंसान को क्षति न हो, अफसर ध्यान रखें

जबलपुर, यशभारत। शीतलहर को देखकर आपदा प्रबंधन एक्शन मोड में आ गया है। स्कूल से लेकर पंचायत स्तर के विभाग अधिकारियों को दो टूक कहा गया है कि ठंड से मूक पशु और आमं इंसान को क्षति न हो। सभी विभाग अपने-अपने स्तर से नोडल अधिकारी को नियुक्त करें। आपदा प्रबंधन मानना है कि आगामी दिनों में शीत लहर का कहर रहेगा इसलिए सभी विभाग प्रमुखों को जिम्मेदारी है कि वह अपने-अपने विभागों में शीतलहर से निपटने के लिए तैयारी करें। किसी भी तरह का नुकसान न हो इसका विशेष ध्यान रखें।
विभागों को शीतलहर को लेकर ये करना होगा
-शीत लहर से बचाव हेतु विभागस्तर पर नोडल अधिकारी (नाम, पदनाम, मोबाइल नं. सहित) नामांकित कर प्राधिकरण को सूचित किया जावे।
– विभागीय स्तर पर निर्मित प्रचार-प्रसार सामग्रियों का उपयोग कर प्राधिकरण को सूचित करने का कष्ट करें।
– आपके विभाग से संबंधित केन्द्रीय मंत्रालय द्वारा जारी एडवाइजरी के पालनार्थ किए गए कार्यों से प्राधिकरण को अवगत कराने का कष्ट करें।
-चिकित्सा सुविधाओं, बिजली, भोजन, जल आपूर्ति जैसी आवश्यक सेवाओं के साथ आश्रयीन बसेरा का सचालन सुनिश्चित की जावे।
– विभागीय स्तर पर संचालित रैन बसेरा की सूची से प्राधिकरण को अवगत कराने का कष्ट करें।
-बेघर प्रभावित लोगों को आश्रय गृहों में स्थानांतरित की जावे।
-इन चिन्हित स्थलों पर शीत लहर से बचाव के प्राथमिक उपचार हेतु फर्स्ट ऐड बॉक्स रख कर आपात स्थिति में इसके उपयोग से संबन्धित आवश्यक निर्देश लिखे जाएँ। स्थानीय स्वयं सेवी संगठनों से विचार विमर्श कर आवश्यकतानुसार इन स्थलों पर वॉलेंटियर की तैनाती भी की जा सकती है, जो आपात स्थिति में प्राथमिक उपचार करने में सक्षम हो।
– इन चिन्हित स्थलों पर ष्शीत लहर से बचावष् से संबन्धित जन सामान्य हेतु आवश्यक निर्देश सुझाव के बैनर लगाए जाएँ।
– बेसहारा एवं बेघर व्यक्ति सड़क मैदान में पाए जाने पर अलाव की व्यवस्था की जावे। स्वयंसेवी संगठनों के मध्याम से कम्बलों की व्यवस्था कर उन्हें प्रदाय किए जावें।
इन विभागों को दी गई जिम्मेदारी
लोक स्वास्थ्य कल्याण विभाग, स्कूल शिक्षा विभाग,नगरीय प्रशासन,मौसम विभाग, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, श्रम विभाग, लोक निर्माण, सामाजिक न्याय, पर्यटन विभाग, परिवहन, पशुपालन, पुलिस विभाग, होमगार्डस, आपदा प्रबंधन, कृषि विभाग, उर्जा विभाग, जनसंपर्क विभाग को शीतलहर से कोई हानि न हो इसकी जिम्मेदारी दी गई है।