अक्षय तृतीया पर ना हो बाल विवाह एक्टिव मोड पर प्रशासन

अक्षय तृतीया पर ना हो बाल विवाह एक्टिव मोड पर प्रशासन
। जबलपुर यश भारत। अक्षय तृतीया के मौके पर बाल विवाह की संभावनाओं को देखते हुए प्रशासन एक्टिव मोड पर है और इसके लिए बाकायदा व्यवस्थाएं भी सुनिश्चित की जा रही हैं। इसका जुम्मा महिला एवं बाल विकास विभाग को सोपा गया है। प्रशासन ने अपनी तरफ से कुछ सख्त कदम भी उठाए हैं। महिला एवं बाल विकास 29 अप्रैल से 1मई तक विशेष अभियान भी चलाएगा जिसके तहत तहर और ग्रामीण इलाकों में कंट्रोल रूम स्थापित किये जा रहे हैं। जहां लोग बाल विवाह की शिकायत दर्ज कर पाएंगे। जिले में वन स्टाप सेंटर को भी केंद्रीय कंट्रोल रूम बनाया जा रहा है। इसकी नोडल अधिकारी मोहिनी पटसरिया होंगी। अभियान के तहत 3 दिन तक कंट्रोल रूम एक्टिव रहेंगे। और किसी भी तरह की शिकायत तत्काल दर्ज की जाएगी। गौर तलब है कि प्रति वर्ष अक्षय तृतीया के मौके पर बड़ी संख्या में विवाह होते हैं और कई स्थानों पर तो सामूहिक विवाह सम्मेलन जैसे कार्यक्रम भी आयोजित होते हैं। ऐसी में बाल विवाह होने की संभावनाएं भी बढ़ जाती हैं। बाल विवाह गैरकानूनी है और इसे रोकने के प्रयास प्रशासन के द्वारा किए जाते रहे हैं और पूर्व में कई कार्यवाहियां भी सामने आती रही है। ऐसे में एक तरफ जहां अक्षय तृतीया पर वैवाहिक कार्यक्रमों की घूम रहेगी तो प्रशासनिक स्तर पर बाल विवाह रोकने की कवायत भी जारी रहेगी। बाल विवाह की ज्यादातर संभावनाएं ग्रामीण अंचलों में रहती हैं और ऐसे में प्रशासन का पूरा फोकस ग्रामीण अंचलों पर रहेगा।