जबलपुर में अवैध विज्ञापन पोलों को लेकर नगर निगम में प्रदर्शन,
प्रदर्शनकार्यो ने ब्लैकलिस्ट करने की मांग की

जबलपुर में अवैध विज्ञापन पोलों को लेकर नगर निगम में प्रदर्शन,
प्रदर्शनकार्यो ने ब्लैकलिस्ट करने की मांग की
जबलपुर, यश भारत शहर में अवैध तरीके से लगे विज्ञापन पोलों और होर्डिंग्स को लेकर शुक्रवार को नगर निगम मुख्यालय में लोगों ने धरना दिया। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि ये पोल न केवल नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं, बल्कि नागरिकों की जान-माल के लिए भी खतरा बन चुके हैं। धरना देने वालों ने विज्ञापन में नियम 22 का हवाला दिया, जिसमें कहा गया है कि यदि कोई विज्ञापनदाता तीन बार से ज्यादा नियमों का उल्लंघन करता है, तो उसे ब्लैकलिस्ट किया जाना चाहिए। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जबलपुर में पिछले कुछ वर्षों में कई दुर्घटनाएं इन पोलों के कारण हुई हैं। अवैध पोलों की वजह से हो चुकी हैं गंभीर घटनाएं
शहर में होर्डिंग्स और पोल गिरने की वजह से कई बार जानलेवा घटनाएं हो चुकी हैं। पिछले साल करौंदा में पोल गिरने से कई लोग घायल हुए थे।
होम साइंस कॉलेज के सामने भी इसी तरह की घटना में लोग चोटिल हुए।और इलाहाबाद बैंक (सिविल लाइन) के सामने एक पोल गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि इन दुर्घटनाओं के बावजूद नगर निगम द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। सबसे बड़ी चिंता यह है कि 27 महीने पहले टेंडर का समय समाप्त हो चुका है, लेकिन 40 अवैध पोल अब भी शहर में लगे हुए हैं।
आंदोलन की चेतावनी
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अगर उनकी मांगों का जल्द निराकरण नहीं किया गया, तो नगर निगम कार्यालय के सामने बड़ा आंदोलन शुरू किया जाएगा। उनका कहना है कि इंदौर और भोपाल जैसे बड़े शहरों में ऐसा कभी नहीं हुआ, लेकिन जबलपुर में यह स्थिति प्रशासन की लापरवाही के कारण बनी है।