दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने CM पद छोड़ने की घोषणा कर दी है। तिहाड़ से 13 सितंबर को रिहा होने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल रविवार को पहली बार आम आदमी पार्टी के ऑफिस पहुंचकर कार्यकर्ता को संबोधित कर रहे हैं। इस दौरान उनके साथ AAP नेता मनीष सिसोदिया, संजय सिंह और आतिशी भी मौजूद हैं।
केजरीवाल ने कहा- 2 दिन के बाद सीएम की कुर्सी से इस्तीफा देने जा रहा हूं। तब तक उस कुर्सी पर नहीं बैठूंगा, जब तक जनता अपना फैसला ना सुना दे। जब तक जनता ना कह दे कि केजरीवाल ईमानदार है, जब तक सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा।
आपको लग रहा होगा कि अभी रिहा होकर आया है और ऐसा क्यों बोल रहा है। इन्होंने आरोप लगाया है कि केजरीवाल चोर है, भ्रष्टाचारी है, भारत माता के साथ धोखा किया है। मैं देश के लिए कुछ करने आया था, जब 14 साल के बाद भगवान राम वनवास से लौटे तो सीता को अग्नि परीक्षा देनी पड़ी थी। आज मैं अग्नि परीक्षा दूंगा।
केंद्र सरकार ने कानून पर कानून डालकर मेरी पावर छीन ली। ये कंडीशन कोई मायने नहीं रखती। मैंने अपनी जिंदगी में ईमानदारी कमाई है। फरवरी में चुनाव हैं। मैं मांग करता हूं कि चुनाव महाराष्ट्र के साथ नवंबर में कराए जाएं। आपका फैसला आने तक मैं जिम्मेदारी नहीं संभालूंगा।
आम आदमी पार्टी से कोई और मुख्यमंत्री बनेगा। विधायक दल की मीटिंग में अगले मुख्यमंत्री का नाम तय किया जाए। मनीष सिसोदिया के मन में भी वही पीड़ा है। उनका भी कहना है कि डिप्टी सीएम और शिक्षा मंत्री का पद तभी संभालेंगे, जब जनता कहेगी कि मनीष सिसोदिया ईमानदार हैं। हम दोनों जनता की अदालत में जाएंगे, जनता कहेगी कि ईमानदार हैं, तभी कुर्सी पर बैठेंगे। 2020 में कहा था कि काम किया था तो वोट देना। आज कह रहा हूं कि ईमानदार हूं तो वोट देना।