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दिल्ली की हवा में घुला खतरनाक जहर- सरकारी कर्मचारी करेंगे घर से काम, 500 से थोड़ा नीचे आयाए क्यूआई का मीटर

 

नई दिल्ली , एजेंसी। दिल्ली की हवा में खतरनाक जहर घुला हुआ है। दिल्ली ही नहीं एनसीआर के इलाकों में भी बुरा हाल है। बुधवार सुबह वायु गुणवत्ता सूचकांक यानी एक्यूआई थोड़ा कम हुआ। लेकिन खतरा बरकरार है। इससे लोगों के सीने में जलन है और ज्यादा देर तक खुले में रहने से आंखों में चुभन भी हो रही है। बुधवार की सुबह थोड़ी राहत की खबर लेकर आई। वायु गुणवत्ता सूचकांक 500 से थोड़ा सा नीचे आ गया है। लेकिन अभी भी अति गंभीर श्रेणी में है। जबकि बीती सुबह एक्यूआई 500 पर था। शहर में कोहरा छा दिखा। मौसम विभाग ने भी ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया है।
दिल्ली सरकार ने की ये घोषणा
मिली जानकारी के मुताबिक, दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर दृश्यता कम रही। जिसके कारण 119 उड़ानें देरी से हैं और 6 रद्द हो गई हैं। जहरीली हवा के कारण स्कूल और कॉलेजों को बंद कर दिया गया है। शहर में निर्माण कार्य पर रोक लगा दी है। क्योंकि ग्रेप-4 लागू है। वहीं दिल्ली मंत्री गोपाल राय ने दिल्ली सरकार के 50 फीसदी कर्मचारियों के लिए घर से काम करने की घोषणा की है।
दिल्ली में ऑरेंज अलर्ट
मौसम विभाग की मानें तो कोहरे की यह स्थिति 19 व 20-21 नवंबर को भी रहेगी। विभाग ने 19 को इसके लिए ऑरेंज अलर्ट और 20-21 के येलो अलर्ट जारी किया है। दरअसल पश्चिमी विक्षोभ के जाने के बाद रविवार से हल्की ठंड का अहसास हुआ और वह सोमवार को भी जारी रहा। इससे दिन के तापमान में कमी आई। अभी 23 से 25 नवंबर के बीच एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ दस्तक देगा, लेकिन इसका असर पहाड़ों तक ही सीमित रहेगा। पश्चिमी विक्षोभ के हल्के प्रभाव से 20 व 21 नवंबर को न्यूनतम तापमान 13 डिग्री तक पहुंच सकता है। लेकिन उसके बाद फिर से अधिकतम व न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी होने लगेगी।
ग्रैप लागू होने के बावजूद नहीं दिख रहा असर
बढ़ते प्रदूषण की रोकथाम को लेकर ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) लागू है। इसके बावजूद प्रदूषण की कमी में कोई राहत नहीं मिल रही है। ऐसे में लोग दमघोंटू हवा में सांस लेने को मजबूर हैं। जिम्मेदार एजेंसियां व विभाग बेखौफ है। निर्माण से लेकर विध्वंस कार्य में प्रतिबंध होने के बावजूद निर्माण कार्य किया जा रहा है।

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