नर्मदा तटों पर गर्मी से राहत पाने बढऩे लगी भीड़

नर्मदा तटों पर गर्मी से राहत पाने बढऩे लगी भीड़
जबलपुर यश भारत। जैसी-जैसे तापमान बढ़ रहा है वैसे-वैसे लोग गर्मी से राहत पाने के उपाय भी कर रहे हैं। सुबह और शाम के वक्त बड़ी संख्या में लोग जिनमें सभी वर्ग के लोग शामिल हैं नर्मदा तटो दरोगा घाट जिलहरी घाट तिलवारा घाट नहाने और जल क्रीड़ा करने पहुंचने लगे हैं। तटों में पहुंचने वालों में बड़ी संख्या युवा और किशोर वर्ग की होती है। जो तैराकी और जल क्रीड़ा का शौक पूरा करने और गर्मी से राहत की उम्मीद लेकर नर्मदातटो मैं पहुंच रहे है। ऐसे में नर्मदा तटो सतर्कता बरतने की भी जरूरत है। ताकि किसी तरह का हादसा घटित ना हो पाये।
हाल ही में पड़ोसी जिला मंडला के महाराजपुर में एक छात्रा की डूबने से मृत्यु होने की खबर आई है। जबलपुर में भी पूर्व में इस तरह की घटनाएं सामने आ चुकी हैं ऐसे में जरूरी हो जाता है कि नर्मदा तत्वों में सतर्कता बढ़ा दी जाए। गर्मी के दिनों में नर्मदा की प्रचुर जल राशि में डुबकी लगाना, तैरना या जल क्रीड़ा करना, हर वर्ग हर उम्र के मनुष्य की एक सामान्य पसंद है। इस परिस्थिति में अब बच्चों और युवाओं के जत्थे ग्वारीघाट जिलहरी घाट और मां नर्मदा की अन्य घाटों की तरफ सबसे ज्यादा रुख करेंगे, और हमें आए दिन अखबारों में पढऩे मिलेगी नदी में जल क्रीड़ा के दौरान डूब कर मरने की, और घरों के चिराग असमय बुझने की दर्दनाक खबरें।
पिछले माह ही शहर के एक युवा चिकित्सक के नर्मदा में डूब कर अकाल मृत्यु की खबर सामने आई थी।ऐसे में आवश्यक हो जाता है समय रहते इंतजामत करें, ताकि इस किस्म की खबरों और हादसों से शहर को बचाया जा सके।
इस संबंध में फौरी तौर पर जो किया जा सकता है,वह यह की नहाने एवं जल क्रीड़ा हेतु सुरक्षित एवं खतरनाक स्थानों का वर्गीकरण करके, डुबकी लगाने हेतु सुरक्षित स्थानों पर ही नागरिकों को नहाने की ताकीद की जावे। अधिक भीड़ वाले स्थान पर स्थानीय तैराकों को और नविको को पारिश्रमिक के साथ नियुक्त किया जावे, असुरक्षित गहराई के स्थान पर पानी में सीमांकन किया जावे।