केदारनाथ मंदिर में सोने की परत चढ़ाने पर विवाद:तीर्थ पुरोहितों का आरोप- गर्भगृह से 125 करोड़ का सोना चोरी हुआ; हाईलेवल कमेटी जांच करेगी

उत्तराखंड सरकार ने केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह में सोना चढ़ाने में हुए 125 करोड़ रुपए के घोटाले के आरोपों की जांच के लिए एक हाई लेवल कमेटी बनाई है। राज्य के पर्यटन, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने शुक्रवार को कहा कि जांच समिति मामले की तह तक जाएगी।
संस्कृति एवं धार्मिक मामलों के सचिव हरिचंद्र सेमवाल, गढ़वाल कमिश्नर अध्यक्ष बनाए गए हैं। इस कमेटी में विशेषज्ञों के साथ स्वर्णकार भी होंगे। सतपाल महाराज ने कहा राज्य सरकार इस मामले को लेकर बेहद संवेदनशील है। जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
सतपाल ने कहा कि श्री बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति अधिनियम, 1939 के प्रावधानों के अनुसार ही दान लिया गया था और सोने की परत चढ़ाने के लिए राज्य सरकार से परमिशन भी ली गई थी।
सतपाल ने विवाद बढ़ने पर कहा कि सोना चढ़ाने का काम भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के विशेषज्ञों की देखरेख में किया गया था। एक दानदाता ने सोना खरीदा और इसे गर्भगृह की दीवारों पर जड़वाया।
इसमें मंदिर समिति की कोई प्रत्यक्ष भूमिका नहीं थी। काम पूरा होने के बाद इसका बिल और अन्य कागजात दानदाता ने मंदिर समिति के पास जमा कर दिए। विपक्षी दल मामले को जबरन तूल देकर चारधाम यात्रा में खलल डालने की कोशिश कर रहे हैं।