भोपाल के बंगाली समाज की 41 साल पुरानी संस्था पर कब्जे की साजिश

भोपाल के बंगाली समाज की 41 साल पुरानी संस्था पर कब्जे की साजिश
अध्यक्ष को जान से मारने की धमकी, पुलिस में शिकायत
भोपाल, यशभारत: बंगाली समाज की दशकों पुरानी संस्था हबीबगंज कल्चरल एसोसिएशन (HCA) अब बड़े विवाद के केंद्र में आ गई है। संस्था के अध्यक्ष परितोष नंदी ने कुछ ‘असामाजिक तत्वों’ पर बलपूर्वक एसोसिएशन पर कब्जा करने की साजिश रचने और पदाधिकारियों को जान से मारने की धमकी देने का गंभीर आरोप लगाते हुए पुलिस में लिखित शिकायत दर्ज कराई है।
मिली जानकारी के अनुसार हबीबगंज थाना प्रभारी को दिए गए आवेदन में अध्यक्ष परितोष नंदी ने दावा किया है कि गौतम सरदार और दीपेन हालदार सहित कुछ बाहरी लोग संगठन पर दबाव बना रहे हैं। आरोप है कि ये लोग न केवल संस्था पर कब्ज़ा करने की कोशिश कर रहे हैं, बल्कि पदाधिकारियों को इस्तीफा देने के लिए धमका रहे हैं। नंदी ने साफ किया है कि ये हमलावर न तो संस्था के वैध सदस्य हैं और न ही उनके पास कोई दस्तावेज हैं।
1982 में बनी संस्था, 1999 में हुआ था पुनरुद्धार
अध्यक्ष नंदी ने संस्था का इतिहास बताते हुए कहा कि हबीबगंज कल्चरल एसोसिएशन का गठन 1982 में हुआ था और यह विधिवत पंजीकृत (पंजीयन क्रमांक 11339) है। उन्होंने कहा कि वर्ष 1999 में जब संस्था लगभग निष्क्रिय हो चुकी थी, तब उन्होंने इसे पुनर्जीवित किया था। उन्होंने चार लाख रुपए की बकाया राशि और बिजली बिल चुकाकर इसे सक्रिय किया। बीएचएल की लीज पर ली गई जमीन पर ही संस्था ने कालीबाड़ी मंदिर का निर्माण कराया है और बीते 27 वर्षों से यहां मां काली की पूजा और दुर्गा पूजा सहित सभी सांस्कृतिक कार्यक्रम नियमित रूप से आयोजित किए जाते हैं।
आगामी ‘पिकनिक’ को लेकर भी विवाद
अध्यक्ष नंदी ने आशंका जताई है कि विवाद को और बढ़ाने की योजना है। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोगों ने आगामी 5 अक्टूबर को संस्था परिसर में बिना अनुमति “पिकनिक” का आयोजन कर विवाद पैदा करने की साजिश रची है। नंदी ने पुलिस को यह भी बताया कि हाल ही में नवरात्र की नवमी के दिन भी इन तत्वों ने परिसर में झगड़ा और उन्माद फैलाने की कोशिश की थी, जिसकी शिकायत महिलाओं ने भी थाने में दर्ज कराई थी।
पुलिस अब संस्था के पदाधिकारियों और आरोपी व्यक्तियों के बयानों के आधार पर मामले की जांच कर रही है। बंगाली समाज के कुछ अन्य लोगों और नागरिकों ने भी पुलिस से शिकायत कर मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की है।







