शिक्षा विभाग के लिए कलेक्टर के आदेश हवा में: कलेक्टर ने कहा जर्जर भवनों को तोड़, विभाग मरम्मत कराने में जुटा
एकीकृत प्राथमिक बरेला का मामला, 40 बच्चों की जान खतरें में

जबलपुर, यशभारत। स्कूलों में बच्चे सुरक्षित रहकर अध्यापन कार्य करें इसके लिए कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने तीन माह पहले एक आदेश जारी कर कहा था कि जर्जर हो चुकें स्कूल के भवनों को तोड़ दिया जाए। कलेक्टर के आदेश पर जिला शिक्षा विभाग ने करीब 136 ऐसे स्कूलों को चिन्हित किया था जिसमें बच्चों को अध्यापन कार्य कराना खतरे से खाली नहीं है। यहां जानकर हैरानी होगी कलेक्टर को आदेश दिए हुए तीन माह से ज्यादा हो गए बाबजूद शिक्षा विभाग के अधिकारी जर्जर भवनों में कक्षाएं लगा रहे हैं। इसका एक उदाहरण सोशल मीडिया में एकीकृत प्राथमिक बरेला स्कूल की जारी हो रही फोटो है। दरअसल स्कूल स्टाफ द्वारा जर्जर भवन को मरम्मत कराके उसमें कक्षाएं संचालित कराई जा रही है। यहीं नहीं अब इस भवन में मुख्यमंत्री की महत्वकांक्षी सीएम राइज योजना का स्कूल भी संचालित किया जा रहा है।
इंजीनियरों ने विजिट कर कहा तोडऩे लायक है भवन
बताया जा रहा है कि जिले में 136 स्कूलों जर्जर है और सभी स्कूलों का विजिट विभाग के इंजीनियर कर चुकें हैं। सभी भवनों को तोडऩे की सलाह इंजीनियरों द्वारा दी गई है। लेकिन जानकर हैरानी होगी बरेला सीएम राइज स्कूल के प्राचार्य द्वारा जर्जर भवन को तोडऩे की वजाए नई सीटे डलवाकर स्कूल संचालित कराया जा रहा है।

40 बच्चों की जान के साथ खिलवाड़
बरेला सीएम राइज स्कूल में करीब 40 बच्चे अध्यनरत है। इन बच्चों की जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। दरअसल सोशल मीडिया पर जारी हुई स्कूल की पुरानी फोटो और नई फोटो देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि स्कूल प्राचार्य द्वारा मरम्मतिकरण में खाईबाजी की है। क्योंकि भवन का ऊपरी हिस्सा बदला गया और रंग रोगन किया गया है लेकिन दीवारें वही पुरानी है। इससे किसी भी दिन बड़ा हादसा हो सकता है।