CM हाउस में BJP कोर ग्रुप की बैठक:निगम-मंडलों में नियुक्ति पर मंथन; 20 जिलों में अध्यक्षों के नामों पर चर्चा

मध्य प्रदेश में निगम-मंडलों में जल्द ही नियुक्तियां हो जाएंगी। मुख्यमंत्री निवास पर गुरुवार देर शाम हुई बीजेपी कोर ग्रुप की बैठक से यह संकेत निकाल का आए हैं। करीब तीन घंटे चली इस बैठक में मुख्यरूप से राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश मौजूद रहे। जिसमें प्रदेश प्रभारी पी मुरलीधर राव, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत के अलावा कोर ग्रुप के सदस्य कैलाश विजयवर्गीय व गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा उपस्थित थे।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि निगम-मंडलों में राजनीतिक नियुक्तियां डेढ़ साल से रुकी हुई हैं। इस बैठक में नाम फाइनल किए गए हैं। जिसकी घोषणा केंद्रीय नेतृत्व की स्वीकृति मिलने के बाद होगी। दरअसल, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों को निगम-मंडलों मंे एडजस्ट करने को लेकर अब तक सहमति नहीं बन पा रही थी। माना जा रहा है कि इमरती देवी, ऐदल सिंह कंषाना, मुन्नालाल गोयल व गिर्राज दंडोतिया का पुनर्वास हो जाएगा।
हाल ही में हटाए गए संभागीय संगठन मंत्रियों मे से 2-3 को निगम मंडल में कमान दी जाना है। बैठक में इसको लेकर लगभग सहमति बन गई है। प्रदेश कार्यकािरणी गठित होने के बाद अब जिलों कें अध्यक्षों की नई नियुक्तियों को लेकर पेंच हैं। यही वजह है कि करीब 20 जिलों मेंअध्यक्ष के नाम अब तक तय नहीं हो पाए थे। बताया जाता है कि बैठक में इस पर चर्चा हुई है।
SC- ST वर्ग के नेताओं की सक्रियता बढ़ेगी
माना जा रहा है कि बैठक में ओबीसी और अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के नेताओं की सत्ता और संगठन में सक्रियता बढ़ाने पर चर्चा की गई। दोनों समुदायों पर पार्टी का फोकस ज्यादा है। यही वजह है किआदिवासियों को साधने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को जबलपुर में आना पड़ा था। क्योंकि 2018 में आदिवासी बहुल्य सीटों का बीजेपी को नुकसान हुआ था।
उपचुनाव पर फोकस रहा
सूत्रों ने बताया कि बैठक में उप चुनाव को लेकर लंबी चर्चा हुई। हाल ही में प्रदेश प्रभारी मुरलीधर ने रैगांव और पृथ्वीपुर में बूथ स्तर तक के कार्यकर्ताओं की बैठक ली थी। यह पहला मौका है, जब प्रदेश प्रभारी को बूथ लेबल पर बैठक लेना पड़ रही है। बैठक में पार्टी की कमियों को दूर करने व सरकारी याेजनाओं का क्रियान्वयन को बात हुई। 1 लोक सभा व 3 विधानसभा सीटों पर त्यौहारों के बाद यानी नंवबर-दिसंबर में चुनाव संभावित है। इसके हिसाब से रोडमैप तैयार किया गया है।