निजी हाथों में बिक रहे सहकारी समितियों के केंद्र, व्यापारी खुद को प्रबंधक बताकर कर रहे प्रचार- पाटन, मझौली, सिहोरा और बरगी में सामने आये कारनामे
जबलपुर यश भारत। धान उपार्जन को लेकर एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जहां सहकारी समितियों द्वारा अपने उपार्जन केंद्रों को निजी हाथों में बेच दिया गया है, और बाहरी लोग खुद को उक्त केंद्र का प्रबंधन बात कर प्रचार भी कर रहे हैं। मामला पाटन तहसील अंतर्गत आने कटंगी सेवा सहकारी समिति का है। जहां पर समिति का पहला केंद्र कटंगी में खोला गया है वही दूसरा केंद्र गुरुजी लॉजिस्टिक काटी गांव में खोला गया है। जिसका केंद्र प्रभारी समिति प्रबंधक सुनील साहू को बनाया गया है लेकिन यहां कान्हा पटेल और प्रशांत नामक बाहरी व्यक्ति खुद को प्रबंधक बताकर किसानों से उक्त केंद्र के लिए स्लॉट बुक करा रहे है और सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने का आश्वासन दे रहा है जिसको लेकर पोस्ट भी छपबायें पाए गए हैं।
कलेक्टर तक पहुंचा मामला
इस पूरे मामले में क्षेत्रीय विधायक अजय बिश्नोई द्वारा उपार्जन केंद्र के विक्रय की शिकायत कलेक्टर दीपक सक्सेना से की है। जिसमें उन्होंने व्यापारियों को केंद्र बेचने की बात कही है। जिसके बाद कलेक्टर द्वारा पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं और खाद्य विभाग के अधिकारी इस पूरे मामले की जांच कर रहे हैं।
गंभीर मामलों में आरोपी है प्रबंधक
एक ओर जहां केंद्र के क्रय विक्रय को लेकर जांच चल रही है वहीं दूसरी ओर सेवा सहकारी समिति के प्रबंधक सुनील साहू के ऊपर उर्वरक की चोरी और फर्जी लोन देने को लेकर भी आरोप लगे थे। इसके विषय में कृषि विस्तार अधिकारी के द्वारा पूर्व में जांच की गई थी जिसमें प्रथम दृश्य प्रबंधक को दोषी भी पाया गया था और यह जांच रिपोर्ट जबलपुर कलेक्टर के माध्यम से समिति रजिस्ट्रार को भेजी गई थी और कार्रवाई की बात कही गई थी। लेकिन लंबा समय बीत जाने के बाद भी रिपोर्ट ठंडे बस्ते में पड़ी हुई है।
इकलौता मामला नहीं है
कटंगी समिति का यह इकलौता मामला नहीं है। जिले में मझौली और बरगी,सीहोर विकासखंड में भी इसी तरह की शिकायत सामने आ रही हैं। लेकिन कटंगी में केंद्र खरीदने वाले व्यक्तियों द्वारा खुद को प्रबंधक बताने वाले पोस्टर छपवा दिए गए जिसके चलते सारी चीज खुलकर सामने आ गई। लेकिन जहां पर भी दो या तीन केंद्र एक समिति को दिए जा रहे हैं वहां इसी तरह का खेल चल रहा है। जिसमें मझोली, सिहोरा और बरगी की समितियां शामिल है। जहां खुलकर केंद्र खरीदने के लिए बोलियां लगाई जा रही हैं। इसमें सबसे बड़ा नुकसान यह होगा कि केंद्र पर काम तो कोई और करेगा और जब अनियमिताएं सामने आएंगी तो मामला उन लोगों पर दर्ज होगा जिनके नाम केंद्र प्रभारी के रूप में दर्ज हैं ऐसे में बाहरी लोग जमकर गोलमाल करेंगे और फिर उनके ऊपर कोई कार्यवाही भी नहीं होगी।
समितियों के पास कर्मचारी नहीं है और उन्हें दो और तीन केंद्र खोलने की अनुमति दी जा रही है। ऐसे में इस तरह के मामले सामने आ रहे हैं। जिसको लेकर मैंने कलेक्टर से शिकायत भी की है जिसमें सख्त कार्रवाई होना चाहिए और पर्याप्त स्टाफ होने पर ही केंद्र खोला जाना चाहिए।
अजय बिश्नोई
पनागर, विधानसभा क्षेत्रसेवा सहकारी समिति कटंगी के प्रबंधक सुनील साहू को लेकर कुछ शिकायतें आई थी। जिसकी हमारे विभाग के अधिकारियों के द्वारा जांच की गई थी और जांच रिपोर्ट तैयार करके कलेक्टर सर के सामने प्रस्तुत की गई थी जो कि संबंधित विभाग को भेजी भी गई है।
सुनील कुमार निगम
संयुक्त संचालक कृषि