
70 लाख कैश और 1 किलो सोना जब्त
सीबीआई ने जांच के दौरान रांची स्थित कुणाल आनंद के आवास से 20 लाख रुपए कैश और एक किलोग्राम सोना बरामद किया है। वहीं, बिलासपुर में विशाल आनंद के घर से करीब 18 लाख रुपए मिले हैं।
पुराने ठेकों की भी जांच
सीबीआई उसके और रिश्तेदारों की संपत्ति की जानकारी जुटा रही है। यह भी कहा जा रहा है कि, सीबीआई की टीम झाझरिया कंपनी के जोन में किए गए अलग-अलग ठेकों की जांच कर रही है। पुराने ठेकों में भी अनियमितता और भ्रष्टाचार के मामले सामने आ सकते हैं।
जबलपुर-गोंदिया ब्राडगेज प्रोजेक्ट की जांच होगी
सूत्रों के मुताबिक सीबीआई की टीम ने रेलवे से जुड़े निर्माण कार्यों में शामिल झांझरिया कंस्ट्रक्शन लिमिटेड के दफ्तर पर छापेमारी की थी। जांच के दौरान कंपनी के रेलवे प्रोजेक्ट्स में संभावित अनियमितताओं की जांच की गई और दस्तावेज जब्त किए गए। झांझरिया कंस्ट्रक्शन लिमिटेड द्वारा जबलपुर-गोंदिया ब्राडगेज प्रोजेक्ट का कई अरब रुपयों का काम किया था. साथ ही वह पश्चिम मध्य रेलवे में भी काफी काम कर चुका है. वहीं झांझरिया कंस्ट्रक्शन लिमिटेड को रेलवे के कई बड़े निर्माण कार्यों के ठेके मिले हैं। हाल के सालों में करोड़ों रुपए के प्रोजेक्ट इस कंपनी को आवंटित किए गए हैं। जिसकी पूरी डिटेल्स खंगाल रही है।
25 अप्रैल को रिश्वत लेते पकड़े गए थे

उल्लेखनीय है कि सीबीआई ने 25 अप्रैल को रांची में चीफ इंजीनियर विशाल आनंद के भाई कुणाल आनंद को झाझरिया कंस्ट्रक्शन कंपनी के कर्मचारी से 32 लाख रुपए रिश्वत लेते पकड़ा था। इसके बाद बिलासपुर में चीफ इंजीनियर, घूस देने वाली कंस्ट्रक्शन कंपनी के एमडी सुशील झाझरिया और उनके कर्मचारी मनोज पाठक को भी गिरफ्तार किया गया था।