BREAKING : बाढ में फंसी महिला का डॉक्टर टीम ने कराया सुरक्षित प्रसव: फोन पर दाई को दिया मार्गदर्शन और महिला ने जुड़ावा बच्चों को दिया जन्म
सिवनी यश भारत-जिले में तेज बारिश के कारण नदी नाले उफान पर है। ऐसी स्थिति में प्रसूति महिलाओं और बीमार लोगो को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। क्योकि बाढ़ के कारण वाहन स्वास्थ्य केंद्रों तक नही पहुंच पा रहे हैं। ऐसे में बाढ़ में घर पर फसी गर्भवती महिला का डॉक्टरों की टीम ने फोन पर मार्गदर्शन देकर गांव की दाई से प्रसव कराया।
जिसके बाद प्रसूता ने जुड़वा बच्चों को जन्म दिया है। जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मनीषा सिरसाम बताया की कलेक्टर के निर्देशन में डॉ जयपाल सिंह ठाकुर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जिला सिवनी के मार्गदर्शन में बाढ में फसी हाईरिस्क गर्भवती महिला रवीना पति बंशी लाल उड़के का ग्राम जोरावाडी में जिले से गई डॉ टीम ने सुरक्षित प्रसव कराया।
यह भी बताया की ग्राम जोरावाडी की आशा कार्यकर्ता एक प्रसव केस लेकर जिला चिकित्सालय आई थी उसके द्वारा जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मनीषा सिरसाम को फोन द्वारा सूचना दी गयी कि ग्राम जोरावाडी में एक गर्भवती महिला रवीना बंशी लाल उइके का प्रसव होना है। उसे मेने जिला चिकित्सालय आने को कहा था लेकिन वह महिला नहीं आई। वह महिला हाईरिस्क है जिसके बाद इस बात की जानकारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को दी गई। उसी समय कलेक्टर महोदया का फोन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के पास आया और कहा गया कि तत्काल आप डॉ टीम जोरावाडी भेजें। व उस महिला का सुरक्षित प्रसव करायें। हम नाले में बाढ होने के कारण हम एसडीआरएफ टीम को भी भेज रहे हैं। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम रवाना हुई जिसमें जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनीषा सिरसाम मेडम, मेंटर कविता वाहने, नर्सिंग यादव, सुनीता यादव और आशा कार्यकर्ता कामता मरावी थी। यह टीम ग्राम के समीप पहुंच गई कितु नाले में बाढ का पानी अधिक होने के कारण एसडीआरएफ टीम ने डॉ टीम को नाला पार करने से मना कर दिया।
ऐसी स्थिति में जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मनीषा सिरसाम ने आशा के पति और सरपंच, सचिव से फोन पर बात की व उन्हे कहा कि तत्काल ग्राम की प्रशिक्षित दाई से बात करायें। सरपंच ने दाई से जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मनीषा सिरसाम मेडम से बात कराया व डॉक्टर के मार्गदशर्न मे दाई के द्वारा महिला का सुरक्षित जुडवा प्रसव कराया गया। महिला का प्रसव कराते तक जिले की टीम नाले के पास रूकी रही। बाढ़ का पानी कम होने पर 108 वाहन के माध्यम से जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। मां व बच्चे दोनो स्वस्थ्य है।