जबलपुर में बिछेगा फ्लाईओवर का जाल, विभाग ने तैयार किए पांच फ्लाईओवर के प्रस्ताव

मंत्री राकेश सिंह ने कसी कमर
जबलपुर यश भारत। केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने प्रदेश को फ्लायओवरों की सौगात दी थी।इसी कड़ी में उनका निर्माण अब सेतु बंध योजना के तहत कराया जा रहा है। शहर में भी पांच से छह फ्लाई ओवर लोक निर्माण विभाग करवाएगा। जिसका प्रस्ताव विभाग लगभग तैयार कर चुका है इन फ्लाई ओवरों के निर्माण की प्रक्रिया को लेकर अब मंत्री राकेश सिंह ने भी कमर कस ली है। दरअसल जिन स्थानों में ये फ्लाई ओवर बनना है वहां अतिक्रमण से लेकर ओवरब्रिज निर्माण में कुछ बाधाएं भी हैं, जिन्हें स्थानीय प्रशासन, निगम की सहायता से हटवाये जाने के मुद्दे पर चर्चा चल रही है।
इन फ्लाई ओवरों के निर्माण से शहरों के यातायात को सुगम करने में मदद मिलेगी। केन्द्र सरकार ने इन फ्लाई ओवरों के लिए एक हजार करोड़ रुपए की राशि मंजूर की है। इस कड़ी में 41 नंबर स्कीम का फ्लाईओवर,कटंगा फ्लाईओवर,हवाबाग से ग्वारीघाट तक फ्लाईओवर, रद्दी चौकी से रिषी रिजेंसी तक का फ्लाईओवर और आईएसबीटी फ्लाईओवर बनाने की पूरी तैयारी है।

जीरो प्वॉइंट से संजीवनी नगर तक प्रस्तावित
जेडीए 41 नंबर स्कीम जीरो प्वॉइंट सड़क को संजीवनी नगर तक जोडऩे की तैयारी है जिसमें कि फ्लाईओवर को विभाग ने प्रस्ताव तैयार किया है यह पुल पूर्व में गुलौआ चौक में उतारने की तैयारी थी परंतु बाद में यह स्थान परिवर्तन करके संजीवनी नगर कर दिया गया है ।
20 दिन बाद जनता का होगा कटंगा फ्लाईओवर
वहीं दूसरी तरफ सदर स्थित मछली मार्केट के पहले से रेडियो स्टेशन रोड तक जो निर्माण धीन फ्लाईओवर था वो लगभग बनकर तैयार है। विभागीय जानकारी के अनुसार इस पुल में रात 11 से 5 बजे तक फ्लाई ओवर में पिलर रखे जा रहे है इसलिए नागरिकों से अनुरोध है कि रात 11 बजे से 5 बजे तक न निकले .बताया जाता है कि लगभग 20 दिन में पिलर रखने के बाद पुल को चालू कर दिया जाएग और यह रिहर्सल कम से कम बीस दिन तक चलने की संभावना है इसलिए इस सड़क से निकलने वाले आने जाने के लिए सर्विस रोड का उपयोग करना चाहिए।डेमो समाप्त होने के बाद यह पुल जनता को समर्पित कर दिया जाएगा।
सीआरआईएफ देगा फंड, मंत्री करेंगे अवलोकन
विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जितने भी ये पुल विभाग द्वारा प्रस्तावित है उसका फंड केंद्रीय सड़क अवसंरचना निधि (सीआरआईएफ) देगा। इस दौरान विभाग ने सभी पुलों के प्रस्ताव तैयार कर लिया है बस मंत्री राकेश सिंह द्वारा इन प्रस्तावों में उनके अवलोकन के बाद हरी झंडी दी जाएगी,जिसके बाद जबलपुर शहर महानगर बनने में पीछे नहीं रहेगा जहां पर इतने फ्लाईओवर बनते शहर के विकास को पंख भी लगेगे और जनता की विभिन्न समस्याओं का समाधान हो जाएगा।
आईटीआई से मंडी गेट तक फ्लाईओवर
आईटीआई रोड पर दीनदयाल चौक से मंडी गेट तक जमकर जाम लगता था जिसके बाद जनता की डिमांड पर आईटीआई से मंडी गेट तक पुल को मंजूरी मिल गई है जिसमें कि पुल का एक हिस्सा मंडी गेट की तरफ और एक हिस्सा आईएसबीटी बस स्टैंड की तरफ और एक हिस्सा चुंगी की ओर चला जाएगा।
हवाबाग से ग्वारीघाट तक बनेगा फ्लाईओवर
इसी के आगे एक ओर फ्लाईओवर प्रस्तावित किया गया है जो कि हबावाग कालेज की तरफ से रामपुर चौक से आईटीसी पार्क के मार्ग तक जाएगा वहीं दूसरी तरफ यह पुल आदर्श नगर होते हुए ग्वारीघाट फ्लाईओवर तक ले जाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है।
रद्दी चौकी से रिषी रिजेंसी तक फ्लाईओवर
रद्दी चौकी चौराहा की सड़क चौड़ी है पर कब्जों के साथ इस पूरे एरिया में पीक आवर्स में निकलना मुश्किल है। जो आँकलन निकाला गया है, उसके अनुसार रद्दी चौकी चौराहे से बस 18 मिनट सभी तिराहे और चौराहों तक पहुँचने में लगते हैं।इसी तरह कार से 8 से 10 मिनट, पैदल 19 मिनट में यह दूरी कवर होती है। सड़क पर भीड़ होने की स्थिति में यह समय ज्यादा खर्च होता है। बढ़ती आबादी के साथ इस इलाके में फ्लाईओवर की डिमाण्ड की जा रही है। जिसके बाद विभाग ने रद्दी चौकी से रिषी रिजेंसी तक फ्लाईओवर बनने का प्रस्ताव लगभग तैयार कर लिया गया है।