10 हजार के कर्ज ने ले ली वृद्धा की जान : मां की मौत को एक दिन रोक पाया बेटा, दूसरे दिन ट्रेन से कटकर दे दी जान
ट्रेन से कटकर की आत्महत्या, बेटे की शादी के लिए बहन से लिया था कर्ज, पुलिस जांच जारी
जबलपुर। गोरखपुर में रहने वाली एक वृद्धा की आत्महत्या को लेकर क्षेत्र में चर्चाओं का दौर है। दरअसल वृद्धा एक दिन पहले आत्महत्या करने की कोशिश कर चुकी थी, लेकिन उसके बेटे ने समय रहते बचा लिया। परंतु दूसरे दिन फिर से वृद्धा रेल पटरियों के पास पहुंची और ट्रेन आते ही लेट गयी। इस की वजह से उसकी दर्दनाक मौत हो गयी। वृद्धा की आत्महत्या के मामले में पुलिस का कहना है कि उसने अपने बेटे की शादी के समय 10 हजार रुपए अपनी बहन से उधार लिए थे। जिसे वह चुका नहीं पा रही थी और इसी आत्मग्लानी के कारण उसने आत्महत्या कर ली।
मदनमहल पुलिस ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि मदनमहल थाना अंतर्गत शास्त्री ब्रिज नरसिंह मंदिर के पास रेल की पटरियों में कटकर एक वृद्धा ने मौत को गले लगा लिया। मृतिका की शिनाख्त राजकुमारी कोरी पति स्व. राजकुमार कोरी उम्र 60 वर्ष गोरखपुर में निवास करती थी और अपने बेटे विशाल कोरी की एक साल पहले शादी करने के लिए अपनी बहन से 10 हजार रुपए उधार लिए थे। जिसे वह चुका नहीं पा रही थी।
कोई दबाव नहीं था
पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि वृद्धा कर्ज के कारण तनाव में थी, लेकिन उसकी बहन ने पैसे चुकाने कोई दबाव नहीं बनाया था। परिजनों ने पुलिस को बताया कि वह इसी चिंता में थी कि वह अपनी बहन के रुपए नहंी चुका पा रही है। जिस कारण वह एक दिन पहले भी रेल की पटरियों में आत्महत्या करने पहुंची थी, लेकिन उस दिन गनीमत यह रही कि बेटे को इस बात की भनक लग गयी और वह मां को बचा लाया।
आज सुबह बिना बताए घर से हुई गायब
पुलिस को घटना के बाद परिजनों ने बताया कि आज सुबह जब उसने अपनी मां का कमरा देखा तो वह मौजूद नहंी थी। जिसके बाद उसने यहां-वहां देखा लेकिन जब कहीं भी उसकी मां नहीं दिखी तो वह मदनमहल रेल की पातों के बीच पहुंच गया, जहां एक दिन पहले उसकी मां मौत को गले लगाने पहुंची थी।
मां का शव देख विहल हो गया बेटा
रेल की पातों में मां के द्वारा की गई आत्महत्या का भयानक दृश्य देख बेटे की चीखे निकल गयी। जैसे ही उसने मां का छतविक्षत शव देखा, विहल हो गया। जिसके बाद उसके परिजनों और पुलिस ने उसे सम्हाला।