मंडला। मध्यप्रदेश में अनलाक के बाद शराब दुकानें खुल गई हैं। इन शराब दुकानों में अच्छी खासी बिक्री भी हो रही है। पर्यावरण दिवस के दिन मंडला पहुंचे केंद्रीय मंत्री फग्गनसिंह कुलस्ते से जब इस विषय पर मीडिया ने सवाल किए तो उनका कहना था कि सेवन करनें वालों को शराब टानिक की तरह लगती है। लोग शराब दुकान खोलनें की मांग कर रहे थे। यही कारण था कि शराब दुकान सरकार को खोलना पड़ गया।
शराब से भरता है खजाना
उन्होंने कहा की शराब सरकार क़ा एक बड़ा रेवेन्यू हैं। जिसको लेकर कई सरकारें और राज्यों के बीच एक प्रतिस्पर्धा सी मची रहती हैं। इस कारण से सरकारें अपने हिसाब से ही फैसला लेती है। शराब का सेवन करने वालों की संख्या बहुत बड़ी है। शराब का सेवन करने वाले लोग बहुत हैं। उन्होने कहा कि कोरोना के कारण जब देश और राज्य लाकडाउन हुआ। तब सभी दुकाने बंद हो गई। अनलाक में जैसे ही दुकानें खुली लोग कैसे इसके पीछे दौड़ने लगे। उन्होंने कहा कि शराब क़ा सेवन करने वाले लोग इसे टानिक समझते हैं। जिसका क्या करते हैं ,कैसे उपयोग करते हैं,ये तो वही बता पाएंगे, परंतु लोग ऐसी बात करते हैं की य़े भी इस समय जरूरी हैं ।ऐसा लोग मानते हैं परंतु मे़ ऐसा बिल्कुल भी नही मानता हूं। देखिए कोई भी चीज हो उसकी एक समय सीमा हैं।
केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह का मानना है कि शराब सरकारों के लिए राजस्व जुटाने का एक बड़ा स्त्रोत है। इसीलिए अन्य सरकारों के लिए भी प्रतिस्पर्धा रहती है। इस विषय में सरकारों का अपना-अपना नजरिया होता है। सरकारें अपना निर्णय लेती हैं। एमपी में भी लोगों की शराब दुकान खोलने मांग अधिक होने से सरकार को भी इसे खोलने का निर्णय लेना पड़ गया। यह बात मंत्री के द्वारा 5 जून को सर्किट हाउस में क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक के बाद कही गई