ग्वालियर/दतिया । झांसी रोड पर साइंस कालेज के पास गुरुवार को मिले आठ साल के मयंक सेन की हत्या के संदेह में पीटीएस तिघरा में पदस्थ सिपाही रवि शर्मा को पकड़ा गया है। संदेही की पहचान झांसी रोड थाना पुलिस ने काले रंग की कार के आधार पर की है। ग्वालियर ने संदेही को दतिया पुलिस को सौंप दिया है। पुलिस बच्चे के साथ गलत काम होने की बात से इनकार कर रही है।
सिपाही रवि शर्मा ने पूछताछ में बताया कि चार मई को वह दतिया में मां पीतांबरा की रथयात्रा में ड्यूटी करने अपनी कार क्रमांक एमपी07 सीजी-6380 से गया था। ड्यूटी के बाद उसके साथी हवलदार भी कार से लौटे थे। जिन्हें उसने रात 11 बजे झांसी रोड थाने के पास छोड़ दिया था। जब सिपाही ने घर जाकर कार देखी तो पीछे की सीट के नीचे एक बच्चे का शव पड़ा था। यह देखकर उसके होश उड़ गए। उसने चुपचाप शव को ठिकाने लगाने की योजना बनाई। जिसके बाद वह साइंस कालेज के पास शव फेंककर भाग गया।
घर से रथयात्रा देखने जाने की कहकर निकला था बच्चाः ग्वालियर में मृत पाया गया बच्चा चार मई की दोपहर अपने घर से रथयात्रा देखने जाने की बात कहकर निकला था। उसके बाद वह नहीं लौटा। मयंक की मां भी नहीं है। जिसके कारण वह बाहर आता जाता था। उसका पिता सैलून चलाता है, लेकिन जब मयंक घर नहीं लौटा तो उसने इस मामले में कोतवाली पुलिस को सूचना दी। जिसके बाद बच्चे की गुमशुदगी दर्ज की गई थी। बच्चे का शव मिलने को लेकर तमाम तरह की चर्चाएं भी हो रही हैं। वहीं यह शंका भी जताई जा रही है कि कहीं किसी तांत्रिक क्रिया के लिए तो उसकी जान नहीं ले ली गई। अभी इन सब सवालों के जवाब पुलिस तलाशने में जुटी है।