नौरादेही से सटे बरखेरा सिकंदर गांव में काले हिरण का शिकार बोरे में मिला सिर*
वन अमले में मचा हड़कंप अज्ञात आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज नौरादेही अभ्यारण्य मुहली रेंज के ग्राम बरखेड़ा सिकंदर के ग्रामीण शक के दायरे में*
तेंदूखेड़ा। प्रदेश के सबसे बड़े नौरादेही अभ्यारण्य में लगातार जंगली जानवरों का कुनबा बढ़ता जा रहा है तो वही वन्यजीवों के शिकार की वारदातें लगातार बढ़ती जा रही है सालभर में ही संरक्षित श्रेणी के कई बड़े वन्यजीवों का शिकार किया गया है लेकिन वन अमला शिकारियों तक नहीं पहुंच सका है अभ्यारण्य मैंं शिकारियों के लिए बाघों की मौजूदगी भी काम नहीं आ रही बल्कि शिकारियों के हौसले बुलंद होते जा रही है एक बार फिर नौरादेही अभ्यारण्य की महुली रेंज में शिकार की सूचना पर वन अमले ने ग्राम बरखेड़ा सिकंदर में दबिश दी डॉग स्क्वायड की टीम के साथ पहुंंचे वनकर्मियों ने एक घर के पास मिले बोरे से हिरण का कटा हुआ सिर जब्त कर उसे परीक्षण के लिए भेजकर मकान में रहने वाले ग्रामीण व एक अन्य को हिरासत में लेकर पूछताछ की हालांकि कुछ समय बाद दोनों को छोड़ दिया वन अमला वन्यजीव के शिकारियों के संबंध में जानकारी जुटा रहा है जानकारी के अनुसार नौरादेही अभ्यारण्य की मुहली रेंज में तैनात वनकर्मियों को सोमवार व मंगलवार की देर रात जंगल में शिकार की सूचना मिली थी सर्चिंग पर निकले वनकर्मियों को बरखेड़ा सिकंदर गांव में एक घर के पास लगी फेंसिंग के अंदर लकड़ियों के बीच प्लास्टिक के बोरी में मास होने की आशंका हुई खोलकर देखने पर उसमें हिरण का कटा हुआ सिर रखा मिला जिस पर वन्यप्राणी के सिर को जब्त कर लिया वनकर्मियों ने मकान में रहने वाले मोहनलाल एवं सीताराम पटेल को हिरासत में लिया और उनसे शिकार के संबंध में पूछताछ की वन अमले द्वारा काफी देर तक की गई पूछताछ में भी कोई जानकारी नहीं दे सके तो इस मामले में वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया जिस पर अधिकारियों ने मामले को जांच में लिया जिस घर के पास मास की बोरी को वनकर्मियों द्वारा जब्त किया गया उसे बाहरी व्यक्ति द्वारा रखकर मोहनलाल व सीताराम को फंसाने की आशंका परिवार के सदस्यों ने जताई है जहां मंगलवार को वन अमले के साथ डॉग स्क्वायड टीम ने घरों व खेतों में सघन जांच की लेकिन किसी वन्यजीव के कोई अवशेष नहीं मिले इस संबंध में दक्षिण वन मंडल के ढाना रेंज के रेजर प्रतीक कुमार श्रीवास्तव का कहना है कि शिकार की सूचना पर पहुंंचे वनकर्मियों ने घर के नजदीक से बोरे में रखा हिरण का सिर जब्त किया है इस संबंध में घर में रहने वाले दो लोगों से पूछताछ की गई है लेकिन मामलें की सूक्ष्म जांच की जा रही है
*डॉग गैलीलियों ने खोजा वन्यजीव का मास*
शिकार की सूचना पर सर्चिंग में निकले वनकर्मी अपने साथ फॉरेस्ट डॉग गैलीलियों को लेकर आए थे बरखेड़ा सिकंदर गांव के पास गैलीलियों मांस को सूंघते हुए मकान के पास तक पहुंचा और लकड़ियों के बीच छिपाएं गए हिरण के सिर को खोज निकाला हालांकि सिर के अलावा वन्यजीव के शरीर का कोई अन्य अवयव इस घर या आसपास नहीं मिला है जिसके कारण शिकार के बाद सिर को बोरे में किसी बाहरी व्यक्ति द्वारा यहां पर रखने का अंदेशा बना हुआ है गैलीलियों ने घर के अलावा आसपास के मैदान व खेत में भी मांस की तलाश की लेकिन वहां कुछ नहीं मिला
*शिकारियों से सुरक्षा करना चुनौती*
लगातार हो रहे वन्यजीवों के शिकार अब वन अमले को चुनौती बनते जा रहे हैं नौरादेही अभ्यारण्य 1197 वर्ग किलोमीटर के दायरे में फैला हुआ है अभ्यारण्य के अंतर्गत 6 रेंज 98 वीटो में विभक्त है नौरादेही अभ्यारण्य सागर दमोह व नरसिंहपुर जिले की सीमाओं को छूकर इसे प्रदेश का सबसे बड़ा अभ्यारण्य बनाती है अभ्यारण्य में बाघों का कुनबा बढ़ाने के लिए वर्ष 2018 में बांधवगढ़ से एनवन बाघिन राधा एवं उसके कुछ समय बाद एनटू बाघ किशन को नौरादेही अभ्यारण्य लाया गया था वर्ष 2019 में बाघिन राधा ने तीन शावकों को जन्म दिया था इसके वर्ष 2021 में 6 अक्टूबर में दूसरी बार बाघिन राधा ने दो शावकों को और जन्म दिया था लेकिन पांच महीने बीतने के बाद भी बाघिन राधा ने अपने दो शावकों को झाडियों से अभी तक बाहर नहीं निकाला गया है अभी वर्तमान में नौरादेही अभ्यारण्य में नर मादा मिलाकर इनकी कुल संख्या 7है प्रबंधन द्वारा इनकी सुरक्षा में दिनरात पहरा दिया जा रहा है
*डॉग स्क्वायड से शिकारियों पर नजर*
मोहली रेंज के बरखेड़ा सिकंदर गांव में एक बोरी में मिले कटे हुए हिरण के सिर से जहां वन अमले में हड़कंप मचा हुआ है तो वही शिकारी वन अमले की पकड़ से दूर है जिसके बाद वन अमल अलर्ट हो गया है और शिकारियों को पकड़ने लगातार प्रयास कर रहा है तो वही शिकार की घटनाओं के बाद नौरादेही अभ्यारण्य प्रबंधन द्वारा डॉग स्क्वायड को भी सक्रिय किया गया है अभ्यारण्य के आसपास उपलब्ध डॉग स्क्वायड गैलीलियों के साथ वनकर्मी लगातार शिकारियों पर नजर रख रहे है इसके लिए नौरादेही की सीमाओं पर बाहरी घुसपैठ अंजान लोगो के आने जाने की भी जानकारी जुटाई जा रही है
*नौरादेही के आसपास भी शिकारी सक्रिय*
वन्यप्राणियों के लिए नौरादेही संरक्षित जगह है यहां बाघ तेंदुआ सहित अन्य जंगली जानवरों का कुनबा बढ़ता जा रहा है जो एक और सैलानियों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है तो वही अभ्यारण्य में छोटे बड़े वन्यजीव विचरण करते हैं पिछले कुछ माह पूर्व वन विभाग ने सूचना के आधार पर मुहली रेंज में अभ्यारण्य के बाहर एक खेत में नीलगाय का मांस बरामद किया था शिकारी नीलगाय का शिकार कर उसका मांस पकाकर खा रहे थे इसके अलावा इसी क्षेत्र में एक हिरण के शिकार की वारदात भी सामने आई थी शिकार के इन मामलों से अभ्यारण्य के आसपास के क्षेत्र में शिकारियों के सक्रिय रहने की स्थिति स्पष्ट है
*शिकारियों की तलाश चल रही है*
दक्षिण वन मंंडल डीएफओ नवीन गर्ग ने बताया कि काले हिरण के शिकार का मामला सामने आया है सर्चिंग के लिए डॉग स्क्वायड भेजा गया है शिकारियों की तलाश और कुछ संदेहियों से पूछताछ चल रही है
*इनका कहना*
इस संबंध में नौरादेही एसडीओ सेवाराम मलिक ने बताया कि जहां काले हिरण का सिर मिला है वह नौरादेही की सीमा से 4-5किमी दूर है मैने ही इसकी सूचना दी थी शिकार किस इलाके में हुआ है यह जांच का विषय है