टिकरिया तखला में विकसित किया जा रहा नया औद्योगिक क्षेत्र, सभी 86 प्लाटों में चल रहे विकास कार्य
कटनी। जिले में उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए जिले के निवार के समीप टिकरिया तखला में 19.52 हेक्टेयर क्षेत्र में जल्दी ही नया औद्योगिक क्षेत्र शुरू किया जाएगा। इसे सूक्ष्म, लघु,मध्यम,उद्यम विभाग के जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र कटनी द्वारा विकसित किया जा रहा है।
जिसमें 86 प्लाटस् का अधोसंरचना विकास कार्य किया गया है। जिसमें सडक, नाली, का कार्य पूर्ण किया जा चुका है । बिजली का कार्य प्रक्रियाधीन है। बिजली का कार्य पूर्ण होते ही अगले 3-4 माह में औद्योगिक क्षेत्र के प्लांटों के आवंटन की प्रक्रिया प्रारंभ की जावेगी ।
इस नये विकसित हो रहे औद्योगिक क्षेत्र में केवल एम एस एम ई के दायरे में आने वाली इकाइयों के ही उद्यम ही चलेंगे।
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव निवेश को बढ़ावा देने के लिए लगातार अन्य राज्यों में उद्योगपतियों के साथ इंटरेक्टिव सेशन में शामिल हो रहे हैं। मुख्यमंत्री अपने अन्य राज्यों के भ्रमण के दौरान मध्यप्रदेश को इंडस्ट्री फ्रेंडली स्टेट के तौर पर प्रस्तुत कर चुके हैं और यहां उद्योगपतियों को दी जाने वाली सहूलियतों की ब्रांडिंग कर रहे हैं। इसके अलावा प्रदेश के बड़े शहरों उज्जैन, जबलपुर में रीजनल इंडस्ट्री कान्क्लेव का आयोजन जहां हो चुका है। वहीं सागर एवं रीवा आदि में रीजनल इंडस्ट्री कान्क्लेव का आयोजन होने वाला हैं।
औद्योगिक क्षेत्रों में यह मिलेगा प्रोत्साहन
उद्योग के संयंत्र, मशीनरी और भवन निर्माण के लिए निवेश का 40% तक उद्योग विकास सब्सिडी मिल सकेगी।
गुणवत्ता प्रमाणन , ऊर्जा ऋण और पेटेंट व आइपीआर पंजीकरण प्रत्येक के लिए 25-25 लाख रुपए तक की सहायता राशि का प्रावधान है। वहीं एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट बनाने के लिए 2 करोड़ रुपए तक सहायता राशि का प्रावधान है। इसके अलावा शासन द्वारा निजी क्षेत्र में औद्योगिक क्षेत्रों के अधोसंरचना के लिए सहायता,निर्यात करने वाली एमएसएमई इकाइयों को अतिरिक्त प्रोत्साहन और पावरलूम, फार्मास्यूटिकल्स, परिधान, खाद्य प्रसंस्करण, टेक्सटाइल, फर्नीचर और खिलौने बनाने वाली एमएसएमई के लिए भी शासन की ओर से विशेष पैकेज की व्यवस्था है।
बीते साल एम एस एम ई इकाइयों से मिला 245को रोजगार
जिले में वित्तीय वर्ष 2024-25 में नवीन विनिर्माण एम एस एम ई इकाइयों की स्थापना पर 53.59 लाख रूपए का निवेश हुआ। इससे 245 लोगों को रोजगार मिला। आलोच्य अवधि में जिले में सर्वाधिक 133 लोगों को राइस मिल और फिर दाल मिल से 35 व्यक्तियों को रोजगार मिला। प्लास्टिक उद्योग 15 व्यक्तियों के रोजगार का जरिया बना। इस अवधि में जिले में कुरकुरे निर्माण, कंटीले तार एवं कील निर्माण, पुट्टी प्लांट, थ्री डी पापड़, प्लास्टिक पाइप,मशाला उद्योग, मिनिरल्स एवं सेलोटेप निर्माण की इकाईयां स्थापित की गई है।