जबलपुरमध्य प्रदेश

रायशुमारी में आए 30 से ज्यादा नाम, दिल्ली में सीधे पोर्टफोलियों भेजकर दावा ठोंकने वाले भी कम नहीं

जबलपुर यश भारत।लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी असर दिखाएंगी। इस बात से कार्यकर्ता भी अश्वस्त हैं। शायद यही वजह है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में जबलपुर लोकसभा से टिकट की दावेदारों की लंबी कतार है। लोकसभा चुनाव के लिए टिकट मांगने वालों का उत्साह और भीड़ देखकर पार्टी भी हैरान है। इसमें न सिर्फ पार्टी के वरिष्ठ नेता है बल्कि विधायक, पूर्व विधायक,पार्षद, सिविल सेवक, समाजसेवी, चिकित्सक और शिक्षाविद् भी दौड़ में तेजी प्रयासरत हैं। अकेले रायशुमारी में 30 से ज्यादा नाम आए थे इसके बाद अधिकांश नेता दिल्ली में सीधे बायोडाटा पहुंचाकर दावा ठोंक रहे हैं।सांसद राकेश सिंह के लोकसभा से इस्तीफा देने के बाद यह सीट रिक्त है। सांसद राकेश सिंह चार बार के सांसद हैं। उनके बाद इस सीट से पार्टी को नए चेहरे की तलाश है।

विधानसभा चुनाव में पार्टी को जबलपुर से जो नतीजे मिले है उससे उत्साह चरम पर है। पिछले लोकसभा चुनाव में भी जीत का अंतर बड़ा था। इस बार प्रदर्शन बेहतर होने की उम्मीद कार्यकर्ता जाहिर कर रहे हैं इसलिए हर कोई लोकसभा की टिकट की चाह में लगा है। बड़े से लेकर छोटे हर नेता खुलकर टिकट मांग रहे हैं। विगत छह फरवरी को भाजपा के संभागीय कार्यालय में उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार और गोपाल भार्गव पर्यवेक्षक बनकर आए थे। उन्होंने करीब साढ़े तीन घंटे बंद कमरे में एक-एक नेता को बुलाकर बात की। उनकी राय ली और पांच-पांच दावेदार पूछे। अधिकांश नेता खुद अपने नाम की होड़ लेकर पहुंच गए थे।

चुनाव के लिए किस्मत अजमाने वालों में महिलाओं में आस बंधी.विधानसभा चुनाव में पार्टी ने आठ सीट में एक पर भी महिला प्रत्याशी को मौका नहीं दिया। इसके अलावा लोकसभा में 20 साल तक पुरुष प्रत्याशी रहा। ऐसे समीकरणों को समझकर महिलाओं को लोकसभा चुनाव में टिकट की उम्मीद बन रही है। इस वजह से कई महिला प्रत्याशी अपना दावा कर रही है।
समाजसेवी भी सक्रिय
भाजपा की सक्रिय राजनीति से इतर समाजसेवा के जरिए संघ और समाज की सेवा करने वाले भी लोकसभा के लिए भाजपा से टिकट की आस लगाए हुए है। चिकित्सक, शिक्षाविद् इसमें सक्रिया है। महिला और पुरूष दोनों वर्ग में दावेदार ऐसे खूब है जिनकी पृष्ट भूमि भले ही पार्टी के पोर्टफोलियों में नई हो लेकिन सामाजिक सक्रियता अधिक है ऐसे दावेदार खुद के लिए अवसर की तरह यह देखकर पार्टी में लाबिंग कर रहे हैं।

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