नीलबड़ के 200 विद्यार्थियों को मिला कानूनी अधिकार और आत्मरक्षा का प्रशिक्षण

नीलबड़ के 200 विद्यार्थियों को मिला कानूनी अधिकार और आत्मरक्षा का प्रशिक्षण
भोपाल, यशभारत। राजधानी पुलिस ने एक निजी संस्था के सहयोग से माध्यामिक शाला, नीलबड़ में “ऑपरेशन मुस्कान” के तहत एक महत्वपूर्ण जनसंवाद कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य स्कूली विद्यार्थियों को कानूनी अधिकारों, आत्मरक्षा और तेजी से बढ़ते साइबर अपराधों के प्रति जागरूक करना था। इस कार्यक्रम में लगभग 200 छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
कानूनी अधिकारों और आपात सहायता पर सत्र
कार्यक्रम की शुरुआत एडीपीओ मनीषा पटेल के विधिक जागरूकता सत्र से हुई। उन्होंने बच्चों को सरल भाषा में उनके कानूनी अधिकारों की जानकारी दी और शोषण, हिंसा, साइबर अपराध जैसे गंभीर विषयों पर विस्तार से बताया। श्रीमती पटेल ने वास्तविक घटनाओं के उदाहरण साझा किए, जिससे विद्यार्थी यह समझ सकें कि उन्हें किन परिस्थितियों में सावधान रहना है।
उन्होंने बच्चों को डायल 112 की उपयोगिता समझाते हुए बताया कि किसी भी आपातकालीन स्थिति में पुलिस, फायर या एम्बुलेंस की मदद कैसे ली जा सकती है। उन्होंने पुलिस से संपर्क करने की प्रक्रिया और बच्चों के लिए उपलब्ध कानूनी सहायता प्रावधानों की जानकारी दी।
आत्मरक्षा और अनुशासन का प्रदर्शन
सृजन कार्यक्रम के विशेषज्ञ, सूबेदार ऋतुराज वारिवा ने बच्चों को आत्मरक्षा के महत्व से अवगत कराया। उन्होंने 15 दिन की प्रशिक्षण प्रक्रिया की जानकारी देते हुए विभिन्न मार्शल आर्ट्स की तकनीकें और आपात स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया देने के तरीकों का व्यावहारिक प्रदर्शन किया। सूबेदार वारिवा ने विद्यार्थियों को अनुशासन, नियमित अभ्यास और करियर फ़ोकस के महत्व पर भी मार्गदर्शन दिया।
साइबर सुरक्षा और सुरक्षित व्यवहार
उपनिरीक्षक मोनिका मीणा ने छोटे बच्चों पर केंद्रित एक जागरूकता सत्र लिया। उन्होंने सरल भाषा में साइबर अवेयरनेस और ऑपरेशन मुस्कान की पूरी जानकारी दी। श्रीमती मीणा ने बच्चों को कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए, जैसे:
किसी भी अजनबी की बातों में न आएं।
गुस्सा या डांट के कारण घर न छोड़ें।
माता-पिता की बातों को नज़रअंदाज़ न करें।
किसी भी अनजान व्यक्ति से चॉकलेट या गिफ्ट न लें।
असुरक्षित स्थिति में तुरंत भरोसेमंद व्यक्ति या हेल्पलाइन की मदद लें।







