स्कूल- कॉलेज के पास से सभी गुटका- पान दुकानों को सख्ती से हटाएं, सभी ऑफिस को नशा मुक्त बनाएं : कलेक्टर संदीप जी आर

सागर lजिले में मादक पदार्थ के प्रयोग को रोकने की दिशा में कलेक्टर संदीप जी आर सख्त होते जा रहे हैं। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि जिले के सभी स्कूल- कॉलेज के पास से गुटका-पान दुकानों को सख्ती से हटाने की करवाई दो दिवस में कर सभी शासकीय कार्यालयों को नशा मुक्त बनाएं साथ ही स्कूल, कॉलेजों के समीप सड़क को नशा मुक्त घोषित करें।
कलेक्टर संदीप जी आर ने निर्देश दिए हैं कि सागर जिले की सभी स्कूल, कॉलेजों के बाहर लगने वाली पान, तंबाकू सहित अन्य नशा संबंधित दुकानों को दो दिवस में हटाने की कार्रवाई सुनिश्चित की जावे। सभी अधिकारी अपने-अपने कार्यालयों को नशा मुक्त बनाकर प्रमाण पत्र प्रस्तुत करें। सागर नगर की एक सड़क को नशा मुक्त सड़क बनाएं जिसमें किसी भी प्रकार का नशा विक्रयव उपयोग न हो।
कलेक्टर संदीप जी आर ने कहा कि नगर निगम कमिश्नर एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी दो दिवस में कार्रवाई सुनिश्चित करें और नगर निगम, नगर क्षेत्र की किसी एक सड़क को नशा मुक्त स्ट्रीट के नाम से घोषित करें जिससे कि उस सड़क पर किसी भी प्रकार का नशा उपयोग न हो।
कलेक्टर संदीप जी आर ने कहा कि इसी प्रकार वह स्थान भी चिन्हित करें जहां व्यक्ति शराब सहित अन्य नशा करते हैं उन स्थानों को चिन्हित करते हुए वहां साफ सफाई करें और प्रकाश की समुचित व्यवस्था करायें जिससे कि नशा करने वाले व्यक्ति उस स्थान को छोड़ें। उन्होंने निर्देश दिए कि नगर निगम, गर्ल्स डिग्री कॉलेज से महारानी लक्ष्मीबाई विद्यालय सी एम राइज स्कूल तक नशा मुक्त सड़क बनाएं और यहां सभी प्रकार की नशा विक्रय करने वाली दुकानों को हटाने की कार्रवाई करें।
इसी प्रकार सभी स्कूल कॉलेज के बाहर लगने वाली पान गुटखा की दुकानों को भी तत्काल सख्ती से हटाने की कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि संपूर्ण जिले को नशा मुक्त करने के लिए जन जागरूकता अभियान चलाएं और फ्लेक्स भी लगायें। स्कूल कॉलेज में जन जागरूकता हेतु शिविर लगवाएं और नशा से होने वाले नुकसानों, बीमारियों को बताएं, जिससे युवा समेत अन्य सभी नागरिक नशा करने से बचें। उन्होंने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे अपने-अपने विभाग को नशा फ्री जोन बनाने के लिए कार्यवाही सुनिश्चत करें एवं नशा मुक्त कार्यालय का प्रतिवेदन प्रस्तुत करें और अपने-अपने विभाग के बाहर मुख्य गेट पर जांच करना सुनिश्चित करें कि कोई भी व्यक्ति पान, गुटका, तंबाकू सहित अन्य नशा करके कार्यालय में प्रवेश तो नहीं कर रहा है। आवश्यकता पड़ने पर चालानी कार्रवाई भी करें। कार्यालय परिसर एवं विभाग कार्यालयों में नशा से बचने के उपाए एवं नशा करते पाए जाने पर चालानी कार्यवाही की चेतावनी बोर्ड लगवाएं।