10 लाख दहेज दो नहीं तो घर मत आना : दो बच्चों को लेकर थाने पहुंची पीडि़ता ने कहा- अब जीने का कोई मतलब नहीं!
जबलपुर, यशभारत। सिविल लाईन में 10 लाख रुपए दहेज की मांग करते हुए आरोपी पति और सास ने नवविवाहिता को दो बच्चों सहित घर से धक्के मारकर बाहर का रास्ता दिखा दिया। इतना ही नहीं दहेज की रकम लेकर आने पर ही घर में रखने की शर्त रख दी। जब पीडि़ता ने विरोध किया तो जमकर मारपीट कर दी। जिसके बाद अपने दोनों बच्चों को थाने लेकर पहुंची पीडि़ता ने पुलिस से कहा कि अब जीने का कोई मतलब नहीं है। उसने कोर्ट मैरिज की थी, लेकिन उसका चुनाव गलत निकला। पुलिस ने दहेज का मामला दर्ज कर, आरोपी की तलाश में जुटी है।
जानकारी अनुसार पुलिस को साउथ सिविल लाईन निवासी श्रीमती झरना चैरसिया 42 वर्ष बताया कि उसने वर्ष 2004 में अपनी मर्जी से अनूप चौरसिया निवासी सिविल लाईन से कोर्ट मैरिज की थी । उसके बाद हिन्दू रीति रिवाज से परिवार वालों की उपस्थिति में शादी हुई थी। शादी के लगभग 6 माह बाद से पति अनूप उसके साथ विवाद कर मानसिक एवं शारीरिक रूप से प्रताडि़त करता रहता था।
मेरे बेटे फांसकर किया विवाह
पीडि़ता ने बताया कि पति ने कहा कि यदि वह घर वालों के कहने पर शादी करता तो शादी में 20 लाख रूपये मिलते , उसकी सास विमला चौरसिया यह ताना मारती है कि उनके बेटे को फांसकर जबरन शादी की है। दहेज की मांग कर उसका पति एवं सास उसे प्रताडि़त करने लगे।
पिता डॉक्टर ने लेकिन दहेज में फूटी कौड़ी नहीं दी
पीडि़ता ने बताया कि पति ने 10 लाख दहेज की मांग कर उसके साथ जमकर मारपीट की और कहा कि उसके पिता डॉक्टर है, लेकिन दहेज में फूटी कौड़ी नहीं दी। दहेज लेकर आओ तभी घर में रखेंगे। विरोध करने पर उसे एवं उसके दोनों बच्चों को घर से निकाल दिया । अब वह अपने दोनों बच्चों को लेकर अपने मायके गोखपुर में रह रही है। रिपोर्ट पर पुलिस ने धारा 498 ए सहित विभिन्न धाराओं में अपराध दर्ज कर लिया है।