
नेशनल हाईवे पर बुधवार सुबह भीषण सड़क हादसा हो गया। दिवाली मनाने जा रहे दो परिवारों के तीन लोगों की मौत हो गई। मृतकों में एक 11 महीने की बच्ची भी शामिल है। शाजापुर में तैनात दो कॉन्स्टेबल के परिवार के साथ हादसा हुआ। हादसे में एक कॉन्स्टेबल और दूसरे कॉन्स्टेबल की पत्नी और बेटी ने दम तोड़ दिया। दोनों कॉन्स्टेबल एक कार से शाजापुर से ग्वालियर के लिए निकले थे। जिले के बीनागंज में बेरखेड़ी गांव के पास उनकी कार डिवाइडर से टकराकर पुलिया में जा गिरी। तीन लोगों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
शाजापुर जिले के कालापीपल में तैनात आरक्षक नीरज शर्मा और इकोदिया थाने के देवेंद्र दुबे मुरैना और ग्वालियर के रहने वाले थे। दोनों अपने परिवार के साथ शाजापुर में ही रहते थे। दोनों की आपस मे दोस्ती थी। बुधवार सुबह 4 बजे दोनों अपने परिवार के साथ कार से ग्वालियर के लिए निकले। नीरज शर्मा कार चला रहे थे। देवेंद्र उनके पास बैठा हुए थे। दोनों की पत्नियां और बच्चे पीछे की सीट पर बैठे थे। बेरखेड़ी के पास नीरज को झपकी आने से कार डिवाइडर से टकरा गई। टकराने के बाद कार दूसरी तरफ पुलिया में जा गिरी। हादसे में कार के परखच्चे उड़ गए।
हादसे में कॉन्स्टेबल देवेंद्र दुबे (26) ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। वहीं उसकी पत्नी वैशाली दुबे (26) गंभीर रूप से घायल हो गई। कार चला रहे आरक्षक नीरज (35) इस हादसे में गंभीर घायल हो गए। उनकी पत्नी अलका शर्मा (34) और बेटी प्रियांशी (11 माह) ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। उनका बेटा अनमोल (7) भी गंभीर रूप से घायल हो गया। NHAI की एंबुलेंस ने घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। वहीं दो शव को रात में बीनागंज अस्पताल में PM के लिए भेजा गया। बच्ची के शव को जिला अस्पताल में भेजा गया।
अप्रैल में हुई थी शादी
ग्वालियर के विजयनगर में रहने वाले आरक्षक देवेंद्र की शादी 6 महीने पहले ही हुई थी। 23 अप्रैल को ग्वालियर की ही रहने वाली वैशाली के साथ हुई थी। शादी के बाद जून में ही देवेंद्र नौकरी पर पहुंचे गए थे। अपनी पत्नी को भी वे साथ ही शाजापुर ले गए थे। वैशाली की अपने ससुराल में यह पहली दिवाली थी। वह कई दिनों से इसकी तैयारी कर रही थी। उसने सभी लोगों को लिए कपड़े, मिठाई और अन्य सामान खरीद था।