सौरभ शर्मा की डायरी के 6 पन्नों से 1300 करोड़ का हिसाब सामने आया है तो 66 पन्नों में कितना होगा इसकी कल्पना नहीं की जा सकती : जीतू पटवारी

यशभारत (पॉलिटिकल डेस्क)/ कोई एजेंसी लोकायुक्त, ईडी, आईडी यह बताने की कोशिश करेगी कि सौरभ शर्मा की डायरी के यह 6 पन्ने कहां से आए। 6 पन्नों का हिसाब जो अखबारों में छपा यह कहां से आया, मीडिया में चल रहा है। जो भ्रष्टाचार का बहीखाता इतना भयंकर है की मासिक आय कहां से कितनी होगी, जो छोटे टोल है वहां से 30 करोड़ और बड़े टोल है वहां से 60 करोड़। हमारे जो 19 चेक पोस्ट आरटीओ जिसमें 51 आरटीओ और 19 चेक पोस्ट बैरियर जिससे वसूली की जाती थी, दिलचस्प बात यह है कि तीन एजेंसियों ने छापामारी की लेकिन सौरभ शर्मा कहां है इसका अभी भी पता नहीं लगाया जा सका है।
यह आरोप प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भोपाल स्थित अपने निवास पर आयोजित पत्रकार वार्ता में लगाए हैं। पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि तीन एजेंसियों की जांच के बाद भी यह पता नहीं लगा है कि सौरभ शर्मा कहां है। एक तरह से जांच रुक गई है। 1300 करोड रुपए के 6 पन्ने आए हैं सरकारी इसकी जवाबदारी ले। उन्होंने कहा कि किस ओर प्रदेश जा रहा है। कोई छोटा कर्मचारी अगर रिश्वत लेता है तो अखबार के फ्रंट पेज में खबर बनती है। वर्ष 2021 के बाद सरकार ने कहा कि हम चेक पोस्ट समाप्त करेंगे। इसका मतलब है कि हम सरकार को कुछ नहीं देंगे पर चेक पोस्ट जारी रखेंगे। छोटे से 30 लाख रुपया और बड़े से 60 लाख, हर महीने वसूली होगी। यानी लगातार करप्शन कैसे हो।
जीतू पटवारी ने मांग करते हुए कहा कि तीन एजेंसियों के बाद भी किसी से पूछताछ आज तक क्यों नहीं हुई। कोई परिवार वालों को क्यों नहीं उठाया गया रिश्तेदारों को क्यों नहीं उठाया गया। क्या कारण है कि उस समय व आज के कमिश्नर तथा मिनिस्टर से पूछताछ क्यों नहीं हुई। जो कमिश्नर हटाए गए उससे पूछताछ क्यों नहीं हुई। दोनों मिनिस्टरों से पूछताछ क्यों नहीं हुई, दोनों मुख्यमंत्री से पूछताछ क्यों नहीं हुई। 1300 करोड़ यानी 1 महीने की लाड़ली बहन का सारा पैसा होता है और प्रदेशवासियो को इस बात को जानना होगा। उन्होंने आशंका जताई है कि कांस्टेबल सौरभ शर्मा की सुरक्षा व्यवस्था होनी चाहिए। वह कहां है किस प्रदेश में है। एजेंसी क्यों नहीं ढूंढ रही हैं। अगर उसकी हत्या हुई उसके साथ कोई भी दुर्घटना हुई तो मैं मानता हूं यह सरकार दोषी रहेगी। उसके पास डायरी थी यह डायरी भी गुमेगी।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का असली चेहरा ना खाऊंगा ना खाने दूंगा नरेंद्र मोदी का नया भारत सामने आया है। उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की है की लोकायुक्त द्वारा ले जाई गई डायरी की सबसे पहले जांच कराई जाना चाहिए। डायरी में पिछले 10 साल का रिकॉर्ड है सरकार जांच कर सकती है, लेकिन सरकार जांच क्यों नहीं कर रही है। मुख्यमंत्री जी की पर्ची बहुत महंगी हो गई है। यहां केवल परिवहन का भ्रष्टाचार नहीं है, इसके अलावा राजस्व, पुलिस, पंचायत विभाग, खाद्य विभाग, ऊर्जा विभाग, स्वास्थ्य, शिक्षा, सहकारिता का अलग-अलग तरीके से प्रदेश करप्शन का पर्याय बनता जा रहा हैं।
जीतू पटवारी ने आरोप लगाया है कि शिवराज और मोहन यादव ने जिस तरीके से प्रदेश को लूटा है, कोई पुलिस का थाना ऐसा नहीं बचा जहां बिना पैसे का काम होता हो। प्रदेश में कोई कर्मचारी बगैर पैसे लिए कोई काम नहीं करता है। पूरा प्रदेश लूट और करप्शन का पर्याय बन गया है। छापे में मिले यह 6 पेज चिल्ला चिल्ला कर जिसकी गवाही दे रहे हैं। एक महीने के करीब हो गया लेकिन सौरव शर्मा कहां है। यह छह पन्नों का हिसाब है तो 66 पन्नों में कितना हिसाब होगा। सौरभ शर्मा को पब्लिक के सामने लाना चाहिए। इस मामले में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के नाम आ रहे हैं। मामले में पूरा गोलमोल किया जा रहा है।
जीतू पटवारी ने कहा कि ऐसे में स्वाभाविक है कि जांच एजेंसी पर सवाल उठेंगे। असली डायरी सामने नहीं आ रही है। सौरभ शर्मा नहीं मिल रहा तो डायरी के हिसाब में आए नामों से पूछताछ करो। उन्होंने सवाल उठाया है कि एजेंसी चोरों को बचा क्यों रही है। जिसके जिसके पास पैसा जाता था उसके नाम डायरी में है। सौरभ शर्मा नहीं मिल रहा है तो डायरी से पूछताछ करो। एक महीने में यह पता नहीं कर सके की डायरी के हिसाब से पैसा कहां-कहां गया तो इसका मतलब है कि चोरों को बचाना है। उन्होंने आरोप लगाया कि एजेंसियों का दुरुपयोग कर भाजपा के पाप को बचाया जा रहा है।