कटनीमध्य प्रदेश

सहकारिता एवं उद्योग समिति की बैठक से अधिकारी गैरहाजिर

जिला पंचाायत सदस्यों ने जताई नाराजगी, कहा : यदि यही रवैया रहा तो सामान्य सभा की बैठक का करेंगे बहिष्कार

कटनी, यशभारत। पंचायतीराज की स्थापना जिन उद्देश्यों को लेकर की गई थी, उसको जिला पंचायत के साथ ही कतिपय विभागों के अधिकारी पलीता लगाने का काम कर रहे हैं। जनता द्वारा चुने गए प्रतिनिधियों की लगातार उपेक्षा की जा रही है। ताजा मामला मंगलवार को जिला पंचायत कटनी के सभाकक्ष में उस समय देखने को मिला, जब सहकारिता और उद्योग समिति की बैठक में कोई भी अधिकारी नहीं पहुंचा। समिति के सदस्यों ने इस बात को लेकर कड़ा ऐतराज जताते हुए कहा कि विभागों के अधिकारियों का इस तरह का व्यवहार अनुचित है। सदस्यों को बैठक का एजेंडा तक नहीं दिया गया। सभी सदस्य समय पर बैठक में शामिल होने के लिए पहुंचे थे, लेकिन जिला पंचायत सहित विभागों के अधिकारियों ने इस बैठक से दूरी बना ली। इस पूरे घटनाक्रम को लेकर जिला पंचायत अध्यक्ष सुनीता मेहरा और उपाध्यक्ष अशोक विश्वकर्मा सहित सभी जिला पंचायत सदस्यों ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि इस पूरे मामले से प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव एवं पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री को अवगत कराते हुए संबंधित अधिकारियों के विरूद्ध कार्यवाही की अपेक्षा की जाएगी। सदस्यों का कहना है कि यदि जिला पंचायत और विभागों के अधिकारियों का यदि रवैया तो 18 जुलाई को आयोजित होने वाली सामान्य सभा की बैठक का बहिष्कार किया जाएगा। अध्यक्ष, उपाध्यक्ष सहित सदस्य इसको लेकर रणनीति बनाने में जुटे हुए हैं।
उल्लेखनीय है कि शासकीय विभागों के कामकाम के क्रियान्वयन और समीक्षा को लेकर जिला पंचायत कटनी के माध्यम से आधा दर्जन से अधिक समितियों का गठन किया गया है, जिसमे जिला पंचायत सदस्यों को सभापति बनाया गया है। समय समय पर इन समितियों की बैठक का आयोजन किया जाता है। जिसमे शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन को लेकर सदस्यों द्वारा समीक्षा की जाती है। बैठक में विभागों से जुड़े मुद्दों के साथ ही अन्य विषयों पर चर्चा करते हुए निर्णय लिए जाते हैं। बताया जाता है कि जिला पंचायत के सभाकक्ष में मंगलवार को दोपहर 2 बजे से सहकारिता और उद्योग समिति की बैठक का आयोजन किया गया था। समिति की सभापति कविता पंकज राय ने बताया कि बैठक के आयोजन के पहले जिला पंचायत द्वारा किसी भी सदस्य को एजेंडा नहीं दिया गया है, जबकि नियम यह है कि बैठक आयोजित होने के तीन दिन पहले सदस्यों को एजेंडे की कॉपी दे दी जाती है लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ। इसके बाद भी समिति के सदस्य बैठक में शामिल होने के लिए जिला पंचायत पहुंचे थे। सूत्रों ने बताया कि दोपहर 2 बजे से लेकर 3 बजे तक बैठक में एक भी अधिकारी नहीं पहुंचा। इसको लेकर सभी सदस्यों में रोष व्याप्त हो गया। सभी सदस्य लामबंद होकर जिला पंचायत उपाध्यक्ष अशोक विश्वकर्मा के चेम्बर में पहुंचे और अपनी नाराजगी जाहिर की। बताया जाता है कि करीब एक घंटे तक इस विषय को लेकर सभी सदस्यों में बातचीत चलती रही। सदस्यों ने एक स्वर में कहा कि यदि प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा इसी तरह का व्यवहार किया जाएगा तो 18 जुलाई को सामान्य सभा की समिति की बैठक का बहिष्कार किया जाएगा।
समिति में ये सदस्य शामिल
जिला पंचायत कटनी की सहकारिता एवं उद्योग समिति में सभापति के रूप में कविता पंकज राय, सदस्य के रूप में प्रेमलाल केवट, प्रदीप त्रिपाठी, मोहनी देवी पांडे, प्रिया सिंह एवं मनोनीत सदस्य के रूप में पंकज राय शामिल है।
एजेंडे की कॉपी नहीं दिया जाना गंभीर मामला : अशोक विश्वकर्मा
जिला पंचायत उपाध्यक्ष अशोक विश्वकर्मा का कहना था कि अधिकारियों का इस तरह का रवैया बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अधिकारी मनमानी पर उतारू हैं। समिति की बैठक में अधिकारियों की अनुपस्थिति और एजेंडे की कॉपी नहीं दिया जाना गंभीर मामला है। इसको लेकर मुख्यमंत्री एवं पंचायत मंत्री का ध्यान आकर्षण कराया जाएगा।

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