सराफा बाजार में स्वर्णाभूषणों से होता हैं माता का अनुपम श्रंगार, 24 साल से दशहरे में आयोजित होता आ रहा भंडारा
कटनी, यशभारत। सराफा बाजार में स्थापित होने वाली दुर्गा प्रतिमा हर बरस अलग अलग स्वरूपों में होती है। यहाँ मां दुर्गा की प्रतिमा व पंडालों की भव्यता देखते ही बनती है। इसके अलावा पिछले 24 सालों से सराफा दुर्गा पूजा समिति द्वारा दशहरे के अवसर पर भंडारे का आयोजन किया भी किया जाता जो अपने आप मे मिसाल है। इस भंडारे में कटनी के ऎतिहासिक दशहरे में माता की दिव्य प्रतिमाओं का दर्शन करने बाले लाखों श्रद्धालुओं प्रसाद गृहण करते है। यह भंडारा शाम 7 बजे से दशहरे के अन्य तक अनवरत चलता रहता हैं।
सराफा बाजार समिति के ललित सोनी ने बताया लगभग 75 वर्षों पूर्व सत्यनारायण अग्रवाल व उस जमाने के सामाजिक जनो के द्वारा यहाँ माता की मूर्ति की स्थापना कराई गई थी। उन दिनों लाख़ सिस्टम का चलन ज्यादा था। चलित प्रतिमाएं रखी जाती थी शहर के बाहर से कलाकार पंडाल व झाँकी सजाने आते थे। कुछ वर्षों तक तो उस दौर बुजुर्ग रामेश्वर सोनी जी द्वारा स्वमं मुर्ति का निर्माण किया जाता रहा। इसके बाद इलाहाबाद, जबलपुर से भी प्रतिमा मंगाई गई। सराफा की दुर्गा प्रतिमा में सिंगार का बड़ा महत्व रहा हैं यहाँ सोने चांदी से माता का विशेष श्रंगार किया जाता हैं। अब कटनी में ही विशेष मूर्तिकारों से माता की प्रतिमा बनवाई जाती है। सराफा की दुर्गा पूजा में बुजुर्ग पीढ़ी के
विष्णु सोनी,सुधीर सोनी,कैलाश सोनी,राजेश सोनी,सुनील सोनी,सुशील सोनी,संजय सोनी,शरद सोनी, गोलु सोनी,सुरेश स्वर्णकार,अखिलेश स्वर्णकार, दीपक सोनी,सूर्य ग्रह सोनी,हितेंद्र स्वर्णकार, सोना बंगाली,ओमप्रकाश सोनी, सहित समस्त सराफा एसोसिएशन दुर्गा पूजा का समिति में सहयोगी रहे। तो उसके बाद अब की युवा पीढ़ी में साहिल सोनी,प्रवीण सोनी,हेमंत,संजय,शरद, मोनु,के साथ समाज व एसोशिएशन के द्वारा निरंतर सराफा में दुर्गा स्थापना की जा रही है।
51 किलो चांदी की मूर्ति बनाने की योजना
- समिति के द्वारा बताया गया की भविष्य में सराफा बाजार में 51 किलो चांदी से माता की दिव्य प्रतिमा का निर्माण कराने की योजना है जिसके लिए हमारी समिति को अब तक कटनी सराफा के सहयोग 30 किलो चांदी दान में मिल चुकी है अभी 21 किलो चांदी की आवश्यकता और हैं। जो धीरे धीरे समिति को प्राप्त हो रही हैं।