शासकीय कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय में आर्ष भारत एवं भाषा सत्याग्रह पर केंद्रित परिसंवाद का आयोजन 25 को : प्रख्यात साहित्यकार व्याख्यान देंगे

सागर यश भारत (संभागीय ब्यूरो)/ शासकीय कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय (अग्रणी) सागर द्वारा भारतीय ज्ञान परंपरा प्रकोष्ठ के अंतर्गत आर्ष भारत एवं भाषा सत्याग्रह विषय पर केंद्रित परिसंवाद का आयोजन 25 नवंबर सोमवार को सुबह 11 से महाविद्यालय के सभागार में होगा। विधायक शैलेंद्र जैन के मुख्य आतिथ्य में आयोजित इस पारिसंवाद में विभिन्न प्रख्यात विद्वानों द्वारा आर्ष भारत एवं भाषा सत्याग्रह, भारतीय ऋषि वैज्ञानिक परंपरा तथा बुंदेलखंड विश्वकोश योजना जैसे विषयों पर चर्चा की जाएगी।
मध्यप्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग द्वारा प्रायोजित यह कार्यक्रम महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ सरोज गुप्ता के दिशा निर्देशन में विक्रम संवत 2081 के मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष की दसवीं तिथि को सुबह 11 बजे से प्रारंभ होगा। उद्घाटन सत्र के अंतर्गत विधायक शैलेंद्र जैन के मुख्य आतिथ्य में सप्रे संग्रहालय भोपाल के निदेशक पद्मश्री विजय दत्त श्रीधर आर्ष भारत एवं भाषा सत्याग्रह पर विषय प्रवर्तन करेंगे। उच्च शिक्षा विभाग क्षेत्रीय अतिरिक्त संचालक डॉ जीपी चौधरी के संरक्षण में आयोजित इस कार्यक्रम में महर्षि अगस्त संस्थानम भोपाल के अध्यक्ष आचार्य पंडित प्रभु दयाल मिश्रा विशिष्ट अतिथि होंगे। महाविद्यालय की जन भागीदारी समिति के अध्यक्ष श्री नितिन शर्मा तथा जनप्रतिनिधि प्राशुक जैन के सारस्वत आतिथ्य में आयोजित इस कार्यक्रम के सारस्वत वक्ता डॉ हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर के एमआरसी विभाग निदेशक डॉ पंकज तिवारी होंगे।
भारतीय ज्ञान परंपरा पर आधारित इस परिसंवाद के दोपहर 12:30 बजे से शुरू होने वाले विचार सत्र में आर्ष भारत और भारतीय ऋषि वैज्ञानिक परंपरा पर व्याख्यान होंगे। आयोजन समिति के डॉ संदीप सबलोक ने बताया कि इस सत्र की अध्यक्षता वृंदावन वृन्दावन मठ के महंत नरहरिदास, सारस्वत वक्ता गुरुग्राम हरियाणा के वरिष्ठ साहित्यकार राजेश्वर वशिष्ठ तथा मुख्य वक्ता के रूप में महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ उज्जैन के विद्वान श्रीराम तिवारी मुख्य वक्ता होंगे। पारीसंवाद के अंतिम सत्र में दोपहर 2:45 बजे से भाषा सत्याग्रह एवं बुंदेलखंड विश्वकोश योजना पर चर्चा की जाएगी। जिसके मुख्य वक्ता सप्रे संग्रहालय भोपाल के पद्मश्री विजय दत्त श्रीधर होंगे। अध्यक्षता आयुर्वेदाचार्य डॉ राजेश शुक्ला करेंगे। इस परिसंवाद के सारस्वत वक्ता महर्षि अगस्त्य वैदिक संस्थान भोपाल के पं. प्रभुदयाल मिश्रा होंगे तथा राजेश्वर वशिष्ठ, वरिष्ठ साहित्यकार अशोक मिजाज बद्र, एचएलके कॉलेज कानपुर के डॉ अरुण तिवारी वक्तव्य एवं काव्य पाठ करेंगे। संचालन एवं आभार ज्ञापन भारतीय ज्ञान परंपरा प्रकोष्ठ के नोडल प्रभारी डॉ अमर कुमार जैन के द्वारा किया जाएगा।
महाविद्यालय प्राचार्य डॉ सरोज गुप्ता ने महाविद्यालय के सभी छात्र-छात्राओं, शैक्षणिक एवं अशैक्षणिक स्टाफ तथा नगर के विभिन्न साहित्यकारों व सुधिजनों से कार्यक्रम में उपस्थित होकर इसे सफल बनाने की अपेक्षा व्यक्त की है।