लोक अदालत ने फिर मिलाया बिछड़े दंपत्तियों को : कुटुम्ब न्यायालय में निराकृत हुये 9 प्रकरण
दमोह l कुटुम्ब न्यायालय दमोह में 09 लंबित प्रकरणों में पीठासीन अधिकारी श्री मोहम्मद अजहर, प्रधान न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय दमोह द्वारा पक्षकारों को समझाईश दी जाकर प्रकरणों में राजीनामा किये जाने हेतु प्रेरित किया, कुटुम्ब न्यायालय में तलाक हेतु लंबित 04 प्रकरण, धारा 9 हिन्दू विवाह अधिनियम के 01 प्रकरण, भरण-पोषण के 01 प्रकरणों सहित कुल 07 लंबित प्रकरणों का निराकरण पक्षकारों की आपसी सहमति व राजीनामा के आधार पर किया गया। कुटुम्ब न्यायालय के समक्ष एक ऐसे प्रकरण जिसमें आवेदिका प्रीति का विवाह 2017 में अनावेदक प्रहलाद के साथ हुआ था, जिसमे आवेदिका द्वारा अपने पति के साथ सौतन के शक में आए दिन विवाद होने के कारण आवेदिका ससुराल छोड़कर अपने बच्चे के साथ मायके आकर निवास करने लगी और पति के विरूद्ध भरण-पोषण का प्रकरण दर्ज कराया नेशनल लोक अदालत में पीठासीन अधिकारी एवं अधिवक्ताओं के द्वारा दोनों पक्षकार के मध्य सुलह कराने का प्रयास किया गया और बच्चे के भविष्य को लेकर समझाइश दी गई, जिसके उपरान्त पति-पत्नि ने एक दूसरे के गले में माला डालकर खुशी-खुशी विदा हुये। इसके साथ ही प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री आनंद कुमार तिवारी एवं प्रधान न्यायाधीश, कुटुम्ब न्यायालय श्री मोहम्मद अजहर द्वारा दोनो पक्षकारों को स्मृति के रूप में फलदार पौधे प्रदान कर उन्हें भविष्य में विवाद न कर हंसी-खुशी अपना जीवन यापन करने की सलाह दी गई।
यह नेशनल लोक अदालत सभी न्यायाधीशों एवं सभी अभिभाषक बंधुओं, जिला प्रशासन, पत्रकार बंधुओं, जिला न्यायालय एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के समस्त स्टॉफ के सहयोग से सम्पन्न हुई। श्री रजनीश चौरसिया जिला विधिक सहायता अधिकारी ने सभी के सहयोग हेतु आभार व्यक्त किया। नेशनल लोक अदालत में निराकृत प्रकरणों में पक्षकारगण को वन विभाग द्वारा उपलब्ध कराये गये फलदार पौधों का भी वितरण किया गया।