इंदौर में रैगिंग से परेशान होकर MBBS फर्स्ट ईयर के स्टूडेंट ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। स्टूडेंट ने रैगिंग की शिकायत डीन से की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। इंडेक्स मेडिकल कॉलेज के इस स्टूडेंट ने सुसाइड से पहले अपने पिता को फोन कर सीनियर्स द्वारा दी जा रही प्रताड़ना बताते हुए कहा…
‘पापा… मैं बहुत परेशान हो गया हूं, मुझे हॉस्टल में नहीं रहना है। यहां सीनियर रैगिंग ले रहे हैं। रोज मुझे कपड़े उतार कर दीवार पर खड़ा कर देते हैं। उसी हालत में घंटों खड़ा रखते हैं। पेंसिल-पेन लेकर गंदी हरकत करते हैं।
पुलिस का कहना है, चेतन ने 26 मार्च को डीन जीएस पटेल को हॉस्टल में नहीं रहने से संबंधित आवेदन दिया था, लेकिन डीन ने साफ मना कर दिया। बताया जाता है कि, कॉलेज संचालक को हॉस्टल के लिए मोटी फीस मिलती है। इस कारण वे छात्र को हॉस्टल खाली नहीं करने देते। इस मामले में शुक्रवार देर रात कॉलेज के दो सीनियर छात्रों दुर्गेश हाड़ा और रोमिल सिंह सहित कॉलेज के डीन जीएस पटेल पर धारा 306 के तहत केस दर्ज किया गया है।