यश भारत लाइव : सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा- असंभव शब्द गृहमंत्री के शब्दकोश में नहीं, कांग्रेस को लिया आड़े हाथ, 15 महिने सराकार रही, नहीं किया कोई काम
जबलपुर, यशभारत। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत बलिदान दिवस पर गैरीसन ग्राउंड में आयोजित विशाल कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि असंभव शब्द गृहमंत्री के शब्दकोश में ही नहीं है। इस अवसर पर उन्होंने कश्मीर में धारा 370 हटाने समेत कई महत्वपूर्ण फैसले लिए। इस दौरान उन्होंने सभी को रामराम और जयसेवा कहकर सभी का दिल जीत लिया। सीएम श्री सिंह ने प्रदेश की करीब आठ करोड़ जनता की तरफ से राजा शंकरशाह-कुंवर रघुनाथ शाह के 164वें बलिदान दिवस पर उन्हें प्रणाम किया। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि कांग्रेस की सरकार ने अमर शहीदों को भुला दिया।
पूजे ना गए शहीदो तो फिर यह मंत्र कौन अपनाएगा
राजा शंकरशाह-कुंवर रघुनाथ शाह के बलिदान दिवस पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि यदि शहीदों का पूजन नहंी होगा तो फिर कौन यह मंत्र अपनाएगा। कौन भारत माता की रक्षा करेगा।
शहीदों की चिताओं पर भरेंगे हर बरस मेले
इस अवसर पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने हुंकार भरते हुए कहा कि हम हर वर्ष अब ऐसे ही वीर शहीदों के गौरवशाली पल को याद करते हुए विशाल कार्यक्रम का आयोजन करेंगे। ताकि लोगों को अमर शहीदों के बारे में बताया जा सके। यदि शहीदों की चिताओं पर मेले ना लगे तो भारत माता की रक्षा कौन करेगा।
15 महिने सरकार रही कांग्रेस की, कोई काम नहीं किया
सीएम ने बलिदान दिवस के अवसर पर कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि 15 महिने की कांग्रेस सरकार रही, लेकिन आदिवासियों के लिए कोई काम नहीं किया। उन्हें भुला दिया गया। लेकिन भाजपा सरकार ने आदिवासियों के कल्याण के लिए लगातार कार्य किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने जनजातिय समुदाय के नाम पर घडिय़ाली आंसू बहाए है। भाजपा की प्रदेश सरकार ने यह फैसला लिया कि 15 अगस्त को जनजातिए गौरव दिवस मनाया जाएगा।
अब हर घर राशन पहुंचाएंगे
1 नवंबर से सभी 89 बाहुल्य आदिवासी विकास खंडों में हर गांवों में हर घर राशन पहुंचाएंगे। इसके लिए अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए जनजातिए बेटे-बेटियों की गाडिय़ों से ही राशन पहुंचाया जाएगा। इसके लिए गाड़ी भी फायनेंस कराई जाएगी। जिसके लिए 26 हजार रुपए महिना दिया जाएगा। जिससे वह अपनी किस्त भी निकाल सकेंगे। उनके अधिकार भी जनजातिय भाई-बहनों को दिए जायेंगे।
वनारण्य योजना
वनोपज से उनकी रोजी रोटी चले, इसके लिए पायलेट प्रोजेक्ट के तहत तेंदूपत्ता बेंचने के लिए आदिवासी भाई-बहनों को अधिकार दिए जायेंगे। इतना ही नहीं न्यूनतम समर्थन मूल्य में वनोपज को भी अब खरीदा जाएगा । महुआ, कोदो कुटकी जो भी वनोपज हैं, उनका निर्माण करके बेंचा जाएगा। इसके लिए पूरी चेंन बनाई जाएगी। ताकि उनका संपूर्ण विकास हो सके।
पेसा एक्ट चरणबद्ध लागू किया जाएगा
इस अवसर पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने किया पेसा एक्ट को चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा। सामुदायिक वन प्रबंधन की जिम्मेदारी ग्राम सभा को दी जाएगी और समितियां ही क्रियांवित करेंगीं। समिति को ग्रामसभा के सामने पूरा ब्यौरा देने पड़ेगा। बांस-बल्लियां की कटाई-छटाई को बेंचकर समिति भी आय कमा सकेंगी। ग्राम स्वराज का सर्वोत्तम उदाहरण पेश करने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अब वर्ग संघर्ष नहीं बल्कि वर्ग समन्वय के माध्यम से विकास किया जाएगा। इतना ही नहीं साहूकार अधिनियम को भी संसोधित किया गया है। जो तय दरों से ज्यादा ब्याज लेगा तो उसके लिए कार्रवाई की जाएगी।
बीमारी का नि:शुल्क इलाज किया जाएगा
इस अवसर पर शिवराज ने कहा कि आठवीं और नौंवी से ही नीट और मेन्स की तैयारी करवाने का संकल्प है। जनजातिय कौशल विकास की द्रष्टि से भी अनेक फैसले लिए है। इतना ही नहीं ग्राम स्तर पर भी आदिवासी बेटा-बेटियों को प्रशिक्षित किया जाएगा। इतना ही नहीं बैगलॉग पदों को भरने के लिए भी अभियान चलाया जाएगा। ताकि रोजगार के अवसर बढ़ सकें।