यशभारत-श्रीजानकीरमण महाविद्यालय का कवि सम्मेलन: एक दफा रात में पड़ोसी की सांकर खटखटाई, … पड़ोसन बाहर निकलकर आई

जबलपुर, यशभारत। एक दिन रात में पड़ोसी की सांकर खटखटाई… पड़ोसन फौरन बाहर निकलकर आई…उसने कहा फौरन जल्दी भीतर आ जाओ… हमने कहा अगर हमारी पत्नी आई है तो बताओ… उसने कहा फौरन बाहर निकल जाओ…. अपनी पत्नी को ढूंढना है तो अपनी सांकर खटखटाओ….। ऐसी व्यंग्यात्मक और होली की हास्य कविताएं जब सांध्य दैनिक यशभारत शताब्दीपुरम कार्यालय में देश के जाने-माने कवियों ने कही तो ठहाके से पूरा कार्यालय गूंज गया। होली के एक दिन पूर्व यशभारत कार्यालय में श्रीजानकीरमण महाविद्यालय और यशभारत के संयुक्त तत्वावधान में कवि सम्मेलन आयोजित किया गया।
यशभारत एवं श्रीजानकीरमण महाविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में होली के अवसर पर कविताओं से सराबोर होल का आयोजन किया गया। जिसमें देश के सुप्रसिद्ध कवियों के द्वारा एक से बडकर एक रचनाओं का पाठ किया गया । कार्यक्रम के प्रारंभ में यश भारत के संस्थापक वरिष्ठ पत्रकार आशीष शुक्ला तथा यशी के द्वारा कवियों का रंग गुलाल से तिलक वंदन किया गया । कवियों के रूप में सर्वश्री राज सागर ,अभिमन्यु जैन , सुरेश मिश्र विचित्र , यू एस दुबे , उदय भानु तिवारी, छाया नरगिस ,अजय मिश्रा अजेय तथा दीपक तिवारी दीपक ने होली रंग से ओतप्रोत रचनाओं का पाठ कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।आयोजन का संचालन आयोजन का आभार श्री जानकी रमण महाविद्यालय के यशस्वी प्राचार्य डॉ.अभिजात कृष्ण त्रिपाठी जी के द्वारा ज्ञापित किया गया ।