मेडिकल कॉलेज में आवारा कुत्तों से बढी परेशानी: डॉक्टर मरीज परेशान: मेडिकल कॉलेज के सामने कैंडल लाइट जलाकर नगरनिगम से कार्रवाई की करेंगे मांग
सागर यश भारत संभागीय ब्यूरो/ बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज कैंपस में बाहर से घुसकर आतंक फैलाने वाले आवारा कुत्तों से परेशान यहां के डॉक्टर्स अब नगर निगम और उसके बाद मुख्यमंत्री व नगरीय प्रशासन मंत्री के सामने अपनी परेशानी रखेंगे। लंबे समय से मेडिकल कालेज के डॉक्टर्स और यहां इलाज के लिए आने वाले मरीज व उनके परिजन इनके शिकार हो चुके हैं। जिसे लेकर यहां के डॉक्टर लामबंद हो रहे हैं।
बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज परिसर में बाहरी आवारा कुत्ते एक बहुत बड़ी समस्या बन चुके हैं। कुछ समय पहले यहां सर्दी जुकाम का इलाज करवाने आए एक बच्चे को भी आवारा कुत्ते काट चुके हैं। इस घटना से भयभीत पीड़ित की मां ने बीएमसी अस्पताल में इलाज नहीं करवाने कसम तक खा ली। इसी तरह से कैंपस में रहने वाली दो बेटियों को भी ये कुत्ते काट चुके हैं। यूनाइटेड मेडिकल फोरम के मुख्य संयोजक प्रो डा सर्वेश जैन ने उक्त जानकारी में आशंका व्यक्त करते हुए कहा कि इन कुत्तों के आतंक के चलते किसी शव या नवजात शिशु को कुत्ते दबोच कर भी भाग सकते हैं। ऐसे में नगरनिगम को चाहिए कि वह यह अंतर्राष्ट्रीय खबर बने इसके पहले इस पर ध्यान दे।
उन्होंने बताया कि आज मंगलवार चौबीस सितंबर को सायं छह बजे बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के सामने कैंडल लाइट जलाकर नगरनिगम से इस और ध्यान देने की प्रार्थना करेंगे। डा जैन ने आसपास के सभी मौहल्ले वालों और शहर वासियों से इस जनहित की मुहिम में साथ देने की अपील की है ।
उन्होंने आगे कहा कि शीघ्र ही शहर में आ रहे मुख्यमंत्री मोहन यादव और विभागीय मंत्री कैलाश विजयवर्गीय को समस्त कैंपसवासी जाकर अपनी समस्या से अवगत कराएंगे। डॉ जैन ने आरोप लगाया है कि पिछले दो तीन साल से अनेकों आवेदन और व्यक्तिगत मुलाकात से नगरनिगम के अधिकारियों को इस समस्या से अवगत कराया जा चुका है।उन्होंने कहा कि यदि इस बार भी कुछ नहीं होता है तो आगामी समस्त चुनाव में बीएमसी कैंपसवासी मतदान का बहिष्कार करेंगे।