मेडिकल कैंसर विभाग की कोबाल्ट मशीन खराब: एक हप्ते से परेशान हो रहे मरीज इंजीनियरों ने किया विजिट, एक सप्ताह सुधार कार्य में लगेगा
जबलपुर, यशभारत। नेताजी सुभाषचंद्र मेडिकल अस्पताल का कैंसर विभाग की व्यवस्थाएं पटरी से उतर आई है। बीते एक सप्ताह से कोबाल्ट मशीन खराब है जिसकी वजह से मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कैंसर मरीजों को सिकाई के लिए निजी अस्पतालों की मशीनों का सहारा लेना पड़ रहा है। इधर मेडिकल प्रबंधन का दावा कर रहा है कि एक सप्ताह में मशीन का सुधार कार्य हो जाएगा। भोपाल से इंजीनियर विजिट कर चुकें है मशीन का ट्रांसफर खराब हो गया है।
बगैर सिकाई के लौट रहे मरीज
सिकाई मशीन खराब होने से मेडिकल अस्पताल में प्रतिदिन 100 मरीज बिना सिकाई कराएं ही लौट जा रहे हैं। इतना ही नहीं मरीज अधिक होने की वजह से एक महीने की वेटिंग भी चल रही है। ऐसे में मरीज परेशान है।
निजी अस्पतालों में सिकाई कराना मुश्किल
मशीन बंद होने से मरीजों को निजी अस्पतालों में सिंकाई के लिए जाना मुश्किल हो रहा है क्योंकि गरीब तबके लोग ही कैंसर का इलाज कराने मेडिकल पहंुचते ऐसी स्थिति में निजी अस्पतालों में सिकाई करना उनके लिए मुश्किल हो रहा है। बताया जा रहा है कि 25 हजार रुपए तक का खर्च आ रहा था।
इसलिए बार-बार खराब होती है मशीन
मेडिकल सूत्रों का कहना है कि कैंसर विभाग की कोबोल्ट मशीन सालों पुरानी है इसके कई पार्ट अब नहीं मिलते। लिहाजा सुधारने में वक्त लगता है। बीते दिनों इंजीनियिरों ने विजिट किया जिसमें एक ट्रांसफर खराब हो गया है जिसकी कीमत 35 हजार रूपए बताई जा रही है।
इनका कहना है
4 दिन से मशीन का एक ट्रांसफार्मर खराब है जिसकी वजह से सिकाई बंद है। इंजीनियिर विजिट हो चुकी है एक या दो दिन में मशीन का सुधार कार्य हो जाएगा।
डाॅक्टर लक्ष्मी सिंगोतिया, अधीक्षक कैंसर विभाग