माध्यमिक शिक्षा मंडल के मूल्यांकन में लापरवाहीः पहले चरण की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन हुआ नहीं दूसरे चरण की कापियां आई
100 शिक्षकों को जारी हुआ शोकाॅज नोटिस

जबलपुर, यशभारत। माध्यमिक शिक्षा मंडल की बोर्ड परीक्षा का मूल्यांकन समय पर होता नहीं दिख रहा है। इस कार्य में किस तरह से लापरवाही हो रही है अंदाजा लगाया जा सकता है कि पहले चरण के लिए भेजी गई अंग्रेजी-संस्कृत की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन अभी पूरा नहीं हुआ है और दूसरे चरण की ढाई लाख कापियां मूल्यांकन के लिए एमएलबी स्कूल भेज दी गई है। मूल्यांकन केंद्र प्रभारी ने शिक्षकों की अनुपस्थिति पर नाराजगी दिखाते हुए जिला शिक्षा अधिकारी को एक सूची भेजी जिसमें उन शिक्षकों के नाम शामिल है जो मूल्यांकन कार्य से गायब है। कहा जा रहा है कि ऐसे शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया जा रहा है।
500 शिक्षकों में सिर्फ 350 पहंुच रहे हैं
मूल्यांकन केंद्र प्रभारी प्रभा मिश्रा ने बताया कि मूल्यांकन कार्य के लिए 500 शिक्षकों की तैनाती हुई है लेकिन उसमें सिर्फ 350 शिक्षक ही पहंुच रहे हैं। कुछ शिक्षक स्थानीय परीक्षा को आयोजित कराने में जुटे हैं परंतु कुछ ऐसे शिक्षक है जो जानबूझकर नहीं पहंुच रहे हैं। ऐसे शिक्षकों की सूची जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय भेज दी गई है।
अंग्रेजी-संस्कृत कापियों का मूल्यांकन नहीं हुआ
पहले चरण में एमएलबी स्कूल मूल्यांकन केंद्र में विभिन्न विषयों की सवा लाख उत्तरपुस्तिकाएं आई थी जिसमें अंग्रेजी और संस्कृत 30 हजार उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन नहीं हुआ। जानकर हैरानी होगी कि इन विषयों के शिक्षकों का कारण बताओ नोटिस जारी किया गया इसके बाबजूद शिक्षक मूल्यांकन कार्य में नहीं पहंुचे।
शिक्षा विभाग के अधिकारी लापरवाह साबित हुए
मूल्यांकन कार्य में जिस गति से चल रहा है उसका प्रमुख कारण जिला शिक्षा विभाग के अधिकारी है। इनके लचीले पन के कारण शिक्षक मूल्यांकन कार्य में नहीं पहंुच रहे हैं। जानकर हैरानी होगी कि दूसरे चरण का मूल्यांकन शुरू हो गया जिसके तहत ढाई लाख उत्तरपुस्तिकाएं मूल्यांकन के लिए पहंुची ।