महिला बॉक्सिंग के सेमीफाइनल में वर्ल्ड नंबर-1 बुसेनाज ने लवलिना को हराया; भारत ने तीसरा मेडल जीता

टोक्यो ओलिंपिक में महिला बॉक्सिंग के 69 किलोग्राम वेट कैटेगरी में भारत की लवलिना बोरगोहेन मौजूदा वर्ल्ड चैंपियन तुर्की की बुसेनाज सुरमेली से हार गई हैं। बुसेनाज ने लवलिना को तीनों राउंड में हरा दिया। उन्हें ब्रॉन्ज मेडल से ही संतोष करना पड़ेगा।
टोक्यो ओलिंपिक में भारत को अब तक 3 मेडल
टोक्यो ओलंपिक में भारत का यह तीसरा मेडल है। सबसे पहले मीराबाई चानू ने वेटलिफ्टिंग के 49 किलो वेट कैटेगरी में सिल्वर मेडल जीता था। वहीं पीवी सिंधु ने बैडमिंटन में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। अब लवलिना ने भारत को एक और मेडल दिलाया।
भारत के 2 पहलवान सेमीफाइनल में पहुंचे
आज सुबह-सुबह भारतीय फैन्स के लिए खुशी की खबर आई। भारतीय पहलवान रवि दहिया कुश्ती के 57 किलोग्राम वेट कैटेगरी और दीपक पूनिया 86 किलोग्राम वेट कैटेगरी के सेमीफाइनल में पहुंच गए हैं। रवि ने बुल्गारिया के पहलवान को शिकस्त दी। वहीं दीपक ने चीन के पहलवान को शिकस्त दी।
अब यह दोनों आज ही सेमीफाइनल भी खेलेंगे। यह दोनों भारत के लिए 2 और मेडल पक्के कर सकते हैं। ओलिंपिक कुश्ती में भारत ओवरऑल 5 मेडल जीत चुका है। केडी जाधव (1952), सुशील कुमार (2) (2008, 2012), योगेश्वर दत्त (2012) और साक्षी मलिक (2016) जीत चुके हैं।

जेवलीन थ्रो में नीरज चोपड़ा फाइनल में
जेवलिन थ्रो में नीरज चोपड़ा ने फाइनल के लिए क्वालिफाई कर लिया है। बुधवार को भारतीय महिला हॉकी और बॉक्सर लवलिना बोरगोहेन से भी काफी उम्मीदें हैं। हॉकी टीम पहले ही सेमीफाइनल में पहुंचकर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर चुकी है। वह फाइनल में पहुंचकर इसमें और इजाफा करना चाहेगी।
ऐसा ही कुछ हाल लवलिना का भी है। अपने पहले ही ओलिंपिक में ब्रॉन्ज मेडल पक्का कर चुकीं लवलिना अब सिल्वर या गोल्ड पक्का करना चाहेंगी। इसके अलावा भारत को कुश्ती, एथलेटिक्स और गोल्फ में भी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी।
चोपड़ा ने पहले ही प्रयास में 86.65 मीटर थ्रो किया
नीरज पूल ए में शामिल थे। उन्होंने अपने पहले ही प्रयास में 86.65 मीटर का थ्रो फेंका। इसके साथ ही उन्होंने भारत के लिए पदक की उम्मीद जगाई। चोपड़ा की ओलिंपिक की तैयारियां चोट और कोविड-19 महामारी के कारण प्रभावित हुई थीं, लेकिन उन्होंने अपने प्रशंसकों को बिलकुल निराश नहीं किया और ओलिंपिक में अपनी पहली ही थ्रो पर फाइनल में जगह बना ली। वहीं दूसरे भारतीय थ्रोअर शिवपाल सिंह फाइनल के दौड़ से बाहर हो गए हैं। उन्होंने तीसरी कोशिश में 74.81 मीटर का थ्रो किया। इससे पहले वे दूसरे प्रयास में 74.80 मीटर ओर पहले प्रयास में 76.40 मीटर का थ्रो किया था।