जीएमसीएच में चोरों ने आईसीयू में घुसकर मरीज को लगा मॉनिटर चुरा लिया। मरीज के परिजनों के टोकने पर चोर ने खुद को अस्पताल का कर्मचारी बताया। खराब होने व बदलने के नाम पर मॉनिटर चुराकर ले गया। जल्दबाजी में मॉनिटर खोलने के दौरान चोर ने ऑक्सीजन पाइप भी नोंच दी। इससे मरीज की हालत खराब होने लगी।
परिजनों ने नर्सिंग स्टाफ को इसकी सूचना दी। तब जाकर ऑक्सीजन पाइप फिर से मरीज को लगाया गया। इसी दौरान मॉनिटर चोरी होने का खुलासा हुआ। अस्पताल अधीक्षक डॉ. प्रमोद तिवारी ने बताया कि मामले की जानकारी मिली है। मामले की छानबीन की जा रही है। चोरी के लिए जिम्मेवार कर्मचारी के वेतन मॉनिटर क्षति की राशि वसूल की जाएगी।
जानकारी के अनुसार चौतरवा के रतवल मठिया की तारा देवी को आईसीयू में भर्ती कराया गया था। आईसीयू के बेड नं. डी 19 पर वह इलाजरत थी। उसकी बहू विभा मिश्रा ने बताया कि भोर में तीन बजे एक व्यक्ति बेड के पास आया। उसके पहले उसने वार्ड की बिजली सप्लाई बंद दी। वह व्यक्ति मंगलवार को नर्सिंग ऑफिसर की जगह पर बैठा हुआ था। उस व्यक्ति ने बेड के पास आकर कुछ स्वीच को ऑन-ऑफ किया। उसके बाद वह चला गया। इसी बीच एक दूसरा युवक आया और बताया कि मॉनिटर खराब है। तब मैंने कहा कि कहा कि यह काम कर रहा था, खराब नहीं है। लेकिन उस व्यक्ति ने अपने को अस्पताल का कर्मचारी बताया और जबरन मॉनिटर निकाल लिया। अफरातफरी में उसने मरीज का ऑक्सीजन भी निकाल दिया। इसके बाद उसने कहा कि दूसरा मॉनिटर लेकर आ रहा हूं। लेकिन वह नहीं लौटा।
इधर, मरीज की सांस फूलने लगी, तब नर्सिंग स्टाफ को जाकर मैंने बताया। इसके बाद ऑक्सीजन पाइप लगाया गया। जीएमसीएच के प्रत्येक तल्ले पर सुरक्षा गार्डों की तैनाती है। मुख्य दरवाजे के साथ पीछे के दरवाजे पर भी गार्ड तैनात हैं। ऐसे में चोर मॉनिटर को अस्पताल से लेकर चला गया। इसके लेकर जीएमसीएच प्रशासन पर सवाल उठने लगे हैं।