मध्य में सबसे अधिक तो पश्चिम व केण्ट में सबसे कम मतदान: विधानसभा वार तलाशे जा रहे जीत-हार के समीकरण

जबलपुर यशभारत। नगर निगम चुनावों में मतदान के बाद अब जीत और हार के समीकरण अंक गणित के सहारे तलाशे जा रहे हैं। अब हर कोई वोटिंग परसेंटेज और वहां पर स्थानीय प्रभावों को टटोलकर पक्ष और विपक्ष के समीकरण बनाने में लगा हुआ है। ऐसे में विधानसभा बार भी देखा जा रहा है कि किस विधानसभा से मतदान कितना हुआ है। जिसके आधार पर वहां के स्थानीय विधायकों की स्थिति को समझने का प्रयास भी किया जा रहा है। यदि विधानसभा वार देखें तो सबसे ज्यादा मतदान मध्य विधानसभा क्षेत्र में हुआ है। जहां से 63 .54प्रतिशत वोट डाले गए हंै साथ ही इस विधानसभा में सबसे ज्यादा 21 वार्ड आते हैं। यदि सबसे कम वोटिंग वाली विधानसभा सीट की बात करें तो पश्चिम और कैंट दोनों ही विधानसभा है। जहां से औसत 57 प्रतिशत मतदान हुआ है।
वोटिंग समीकरणों के हिसाब से महत्वपूर्ण माने जाने वाले पूर्व विधानसभा में शहर के औसत मतदान के बराबर ही मतदान हुआ है जिसमें आंकड़ा 60.38 प्रतिशत है। वहीं नए वार्ड की बात करें तो इसमें 9 वार्ड हैं जो परिसीमन के बाद जबलपुर नगर निगम में शामिल हुए थे। जिसको विधानसभा वार देखें तो यहां से डेढ़ वार्ड बरगी विधानसभा में आते हैं तो बाकी पनागर विधानसभा में आते हैं। इसके मत प्रतिशत की बात करें तो यहां 62.40 प्रतिशत मतदान हुआ है जो शहर के औसत मतदान से ज्यादा है।
यदि इन आकड़ों को समझें तो मध्य विधानसभा में एक तरफ जहां सबसे ज्यादा मतदान हुआ है। वहां कांग्रेस से विधायक विनय सक्सेना हंै तो दूसरे नंबर पर मतदान प्रतिशत वाले क्षेत्र पनागर विधानसभा से विधायक बीजेपी के हैं। लेकिन वहां वार्ड की संख्या 8 पर सिमट जाती है। कैंट जो भाजपा का गढ़ माना जाता है और पश्चिम जहां से विधायक तो कांग्रेस के हैं लेकिन भाजपा का कैडर बहुत मजबूत है वहां से 57 प्रतिशत मतदान चौंकाने वाला है। राजनीतिक पंडित इन समीकरणों को अलग-अलग नजर से देख रहे हैं और इनके आधार पर जीत हार का जोड़ -घटाना लगा रहे।