मध्यप्रदेश में हाल ही में भोपाल और इंदौर की गोशालाओं में गायों के शव और कंकाल बिखरे पड़े होने की तस्वीरें सामने आई थीं। इसके बाद सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। अब गायों की मौत होने पर उनके शव खुले में नहीं फेंके जाएंगे। उन्हें दफनाया जाएगा या फिर इंसीनरेटर पर दाह संस्कार किया जाएगा।
इसे लेकर नगरीय विकास और आवास विभाग ने सभी कलेक्टर्स, नगर निगम कमिश्नर, विभाग के संभागीय संयुक्त संचालक और सभी CMO को पत्र लिखकर निर्देश जारी किए। पत्र में कहा गया है कि शवों को किसी हाल में खुले में न फेंके। ऐसा करने से कुत्ते उन्हें नोंचते हैं। अंतिम संस्कार व्यवस्थित और उचित रिवाज से हो।
मध्यप्रदेश में कुल 1392 गोशालाएं हैं। इनमें लगभग आधी गोशालाएं शहरी इलाके के करीब है। कई गोशालाएं ऐसी हैं, जिनमें गोवंश की मौत के बाद शवों को खुले में ही फेंक दिया जाता है। कई बार कुत्ते शवों को नोंचते हुए नजर आते हैं। कई बार हंगामे की भी स्थिति बन जाती है।