भेड़ाघाट के ग्राम परछिया में दीवारें बोलती हैं, ये अंधविश्वास नहीं माना तो युवक को चाकुओं से गोद दिया ….देखें पूरा वीडियो…..
जबलपुर, यशभारत। आधुनिकता के इस दौर में अंधविश्वास पीछा नहीं छोड़ रहा है। भूत-प्रेत लगने पर पंडों द्वारा मारपीट के मामले तो बहुत सुने होंगे, लेकिन भेड़ाघाट के ग्राम परछिया में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमें अंधविश्वास का समर्थन नहीं करने पर युवक पर प्राणघातक हमला कर चाकुओं से गोद दिया गया। दरअसल एक महिला का दावा था कि उसकी घर की दीवारें बोलती हैं, उससे बात करती हैं, और कुछ इशारे का अहसास भी उसे होता है। लेकिन यह बात गांव का एक युवक मानने का तैयार नहीं और इसका खामियाजा उसे भगुतना पड़ा। क्योंकि महिला के दो पुत्रों ने मां की बात नहीं मानने पर अपने एक साथी के साथ युवक के साथ मारपीट की और चाकू से हमला कर दिया। घटना की जानकारी घायल युवक ने भेड़ाघाट थाने में दी। इसके बाद पुलिस ने तीनों युवको को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस को विजय चड़ार 22 वर्ष निवासी ग्राम परछिया ने बताया कि ममता चड़ार ने उसके भाई श्ंाकर चड़ार को अपने घर बुलाया था श्ंाकर चड़ार ममता के घर पहुंचा तो ममता ने कहा यह दीवार बोल रही है। उसकी बातों को तवज्जों ना देते हुए शंकर घर आ गया। जिसके बाद रचित चड़ार और संचित चड़ार तथा देवेन्द्र चड़ार डण्डा लेकर उसके घर के अंदर आकर गाली गलोज करने लगे, रचित ने कहा कि मेरी मां से बदतमीजी क्यों की। उसने मना किया तो हत्या करने की नियत से रचित ने चाकू से हमलाकर सीने में वार कर दिया उसका भाई श्ंाकर बचने लगा तो देवेन्द्र चड़ार ने डंडे से हमलाकर शंकर को घायल कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने रचित चडाऱ 19 वर्ष एवं संचित चडाऱ 25 वर्ष तथा देवेन्द्र चडाऱ, को अभिरक्षा में लेते हुये चाकू एवं डण्डे जप्त कर लिए हैं।